देश के मोस्ट वॉन्टेड दूल्हे की कहानी जानकर हैरान रह जाएंगे, जिसके पीछे लड़कियां नहीं, बल्कि कई राज्यों की पुलिस भाग रही थी। जब ये ‘दूल्हा’ पुलिस गिरफ्त में आया तो इसकी सच्चाई जानकर पुलिस भी हैरान रह गई। दरअसल, यह कुख्यात दूल्हा जिसका नाम तरुण शर्मा है, बिना दहेज की शादी का झांसा देकर आर्थिक रूप से मजबूत परिवार की लड़कियों से शादी करता था और शादी के दो चार महीने बाद लाखों रुपये लेकर फरार हो जाता था। हैरानी की बात है कि शादी के दौरान लुटेरे दूल्हे की गर्लफ्रेंड उसकी कथित बहन बन जाती थी।
पिछले दिनों ही नोएडा की सेक्टर-24 थाना पुलिस ने कई राज्यों की पुलिस के लिए सरदर्द बने लुटेरे दूल्हे तरण शर्मा और उसकी कथित बहन दुर्गाशु उर्फ अंशु शर्मा को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपित अगल-अलग शहर में मेट्रिमोनियल साइट से नंबर लेकर लड़कियों को शादी के झांसे में फंसाकर करोड़ों रुपये का चूना लगा चुके हैं। पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी दूल्हा लड़कियों पर रौब झाड़ने के लिए खुद को न्यूज चैनल का डायरेक्टर बताने के साथ सैलरी 20 लाख रुपये प्रतिमाह बताता था।
गर्लफ्रेंड बन जाती थी ‘बहन’
कई राज्यों की पुलिस को थी तलाश
पुलिस के लिए चुनौती बने लुटेरा दूल्हा तरुण शर्मा व उसके प्रेमिका दुर्गाशु उर्फ अंशू शर्मा शहर-शहर घूमकर शिकार तैयार करते और फिर चूना लगाकर फरार हो जाते। दिल्ली, यूपी, महाराष्ट्र, केरल और महाराष्ट्र में इऩका जाल फैला था। लोगों को ठगने के बाद वे केरल और महाराष्ट्र चले जाते थे।
25 हजार रुपये का इनाम घोषित था
आरोपितों के पास से अलग-अलग नाम से आधार कार्ड, कार की कई फर्जी नंबर प्लेट, एक न्यूज चैनल की स्टीकर लगी हुई चोरी की कार समेत फर्जीवाड़े में प्रयोग किए गए कागजात बरामद हुए हैं। दोनों पर 25-25 हजार का इनाम नोएडा पुलिस की तरफ से घोषित किया गया था।
आरोपी तरुण यूपी के गाजियाबाद का रहने वाला
आरोपितों की गिरफ्तारी की सूचना पर लुटेरे दूल्हे की शिकार हुई एक युवती मेरठ से ग्रेटर नोएडा पहुंच गई। वह फफक फफक कर एसएसपी के सामने रोने लगी। एसएसपी डा. अजयपाल शर्मा ने बताया कि आरोपित तरुण मूलरूप से गाजियाबाद के थाना साहिबाबाद क्षेत्र के गांव भोपुरा का रहने वाला है।
सैलरी बताता था 20 लाख रुपये
जानकारी के मुताबिक, तरुण शर्मा की कथित बहन अंशु शर्मा वैवाहिक साइट से नौकरीपेशा वाली लड़कियों को चुनती थी और फिर दूल्हा बनकर तरुण उन्हें फोन करता था। शादी करने के लिए चुनी जाने वाली लड़की को बताया जाता था कि आरोपित एक न्यूज चैनल का निदेशक है और उसका वेतन बीस लाख रुपये है।
10 रुपये के स्टांप पेपर पर लिखता था- नहीं लूंगा दहेज
पूछताछ में खुलासा हुआ है कि तरुण शर्मा ने लड़की व उसके परिवार का मन जीतने के लिए 10 रुपये के स्टांप पेपर पर बिना दहेज के शादी करने के लिए बनवा रखा था। यह देखकर लड़की पक्ष भरोसा कर लेता था। स्टांप पर लिखा था कि एक जोड़ी कपड़े में उसे शादी करनी है। आरोपित की कथित बहन लड़की के घर रिश्ता लेकर जाती थी और खुद को ब्रेन ट्यूमर का मरीज बताती थी और कहती थी कि उसकी आखिरी इच्छा है कि तरुण की शादी हो जाए। यह सुनकर लड़की पक्ष झांसे में आ जाते थे और एक से दो महीने में ही शादी के लिए तैयार हो जाते थे।