कोरोना महामारी के बीच केंद्रीय मंत्री प्रताप सारंगी ने कहा कि देश के सभी नागरिकों को कोविड-19 (Covid-19) का वैक्सीन नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाएगा। भाजपा द्वारा बिहार (Bihar) के लोगों को कोविड-19 का टीका नि:शुल्क उपलब्ध कराने की घोषणा के बाद विपक्षी दलों ने सत्तारूढ़ एनडीए पर महामारी को राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था क्योंकि बिहार में विधानसभा चुनाव का प्रचार जारी है।
बालासोर में तीन नवंबर को होने जा रहे उपचुनाव के लिए एक सभा को संबोधित करने के बाद सारंगी ने संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की है कि सभी लोगों को कोविड-19 का टीका नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाएगा। प्रत्येक व्यक्ति के टीकाकरण पर करीब 500 रुपये खर्च होंगे।
ओडिशा के मंत्री ने केंद्र से मांगी थी सफाई
इससे पहले दिन में ओडिशा सरकार में मंत्री आरपी स्वैन ने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और प्रताप सांरगी पर हमला बोलते हुए कोविड-19 का टीका नि:शुल्क उपलब्ध कराने के संबंध में जवाब मांगा था। ओडिशा के खाद्य आपूर्ति और उपभोक्ता कल्याण मंत्री आरपी स्वैन के सवाल के जवाब में सारंगी ने यह दावा किया। स्वैन ने केंद्र में ओडिशा के दोनों मंत्रियों धर्मेंद्र प्रधान और प्रताप सारंगी से पहले इस बात पर सफाई मांगी थी कि बिहार में फ्री वैक्सीन के वादे के बाद ओडिशा को लेकर भाजपा का क्या रुख है?
शिवसेना ने भी सरकार पर साधा था निशाना
उधर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बिहार में कोरोना वायरस (Coronavirus) का वैक्सीन मुफ्त उपलब्ध कराने के भाजपा के चुनावी वादे पर तंज कसते हुए कहा कि क्या दूसरे राज्यों के लोग बांग्लादेश या कजाकिस्तान से आए हैं? ठाकरे दादर के सावरकर हॉल में आयोजित शिवसेना की वार्षिक दशहरा रैली को संबोधित कर रहे थे। इस बार कोरोना वायरस की रोकथाम के नियमों के चलते हर साल की तरह शिवाजी पार्क में यह आयोजन नहीं किया गया।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि आप बिहार में लोगों के लिए कोविड-19 के मुफ्त टीके का वादा करते हैं, तो क्या अन्य राज्यों के लोग बांग्लादेश या कजाकिस्तान से आए हैं? ऐसी बातें कर रहे लोगों को खुद पर शर्म आनी चाहिए।