उत्तर प्रदेश में महिला, बहन व बेटियों के साथ बढ़ते अपराध को लेकर बेहद गंभीर हो चुके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को बलरामपुर में बड़ी घोषणा की। देवीपाटन मंदिर में मत्था टेकने के बाद बलरामपुर में रिजर्व पुलिस लाइन में सीएम योगी आदित्यनाथ ने मिशन शक्ति का आगाज किया।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने रिजर्व पुलिस लाइंस में आयोजित समारोह में कहा कि मिशन शक्ति के तहत प्रदेश भर में शोहदों व मनचलों को चिह्नित कर उनकी धरपकड़ की जाएगी। इसके साथ ही सभ्य समाज के दुश्मनों की तस्वीर चौराहों पर लगेगी। उन्होंने कहाकि बेटियों व महिलाओं की सुरक्षा एवं विघटनकारियों को कठोर सजा का संदेश देने के लिए यह अभियान शुरू किया गया है। प्रदेश के सभी थानों में एक विशेष कमरे में महिला हेल्पडेस्क बनाया जाएगा। यहां महिला अधिकारी व सिपाही की तैनाती होगी।
उन्होंने कहा कि यह बड़ा अभियान तीन चरण में 180 दिनों तक चलेगा। जिसमें प्रदेश के 24 विभागों का सहयोग लिया जाएगा। इसके साथ ही इस अभियान से अंतरराष्ट्रीय व स्थानीय सामाजिक संगठन अभियान से जुड़ेंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शक्ति के स्वरूप का अहसास कराने के लिए यूपी में अब 20 प्रतिशत भर्ती बेटियों की होगी। उन्होंने कहा कि बलरामपुर के गैंसड़ी क्षेत्र में हुई घटना दु:खद है। बिटिया के साथ बर्बरता की गई है। उस बेटी के सम्मान तथा अपार श्रद्धा के लिए मिशन शक्ति अभियान की शुरुआत बलरामपुर देवीधाम से की गई है।
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिशन शक्ति का शुभारंभ दीप प्रज्वलन कर किया। इस दौरान अयोध्या से आए कलाकारों व स्थानीय विद्यालय की छात्राओं के स्वागत नृत्य के बाद सीएम ने बटन दबाकर महिला शक्ति के लोगो का अनावरण किया। लघु फिल्म के माध्यम से मिशन शक्ति की रूपरेखा के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।