भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान अजीत लक्ष्मण वाडेकर (77 साल 136 दिन) नहीं रहे. उन्होंने बुधवार को मुंबई स्थित जसलोक हॉस्पिटल व रिसर्च सेंटर में अंतिम सांस ली. दिवंगत भारतीय कप्तान वाडेकर पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे.
वाडेकर 37 टेस्ट मैच खेले और उन्होंने वेस्टइंडीज और इंग्लैंड में भारतीय टीम के ऐतिहासिक जीत का हिस्सा रहे.
वाडेकर की कप्तानी में भारत की दो यादगार जीत
-1971 के फरवरी और अप्रैल के दौरान भारत ने वेस्टइंडीज में पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेली. इस सीरीज में वाडेकर की कप्तानी में भारत ने पोर्ट ऑफ स्पेन टेस्ट ( सीरीज का दूसरा टेस्ट 6-10 मार्च) 7 विकेट से जीता, जो इंडीज की धरती पर पहली टेस्ट जीत थी. भारत ने चार टेस्ट ड्रॉ करा सीरीज की समाप्ति 1-0 से जीत के साथ की. यह वेस्टइंडीज में भारत की पहली सीरीज जीत रही.
-इसके बाद 1971 के जुलाई और अगस्त के दौरान भारत ने इंग्लैंड में तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेली. वाडेकर की कप्तानी में इस सीरीज का आखिरी ओवल टेस्ट (19-24 अगस्त) भारत ने 4 विकेट से जीता. यह इंग्लैंड की धरती पर भारत की पहली टेस्ट जीत थी. और इसके साथ ही भारत ने सीरीज की समाप्ति 1-0 से जीत के साथ की. यह इंग्लैंड में भारत की पहली सीरीज जीत रही.
ओवल (1971) में इंग्लैंड को हराने के बाद वाडेकर और भगवत चंद्रशेखर (getty)
1971-1974 के दौरान अजीत वाडेकर ने 16 टेस्ट मैचों में भारत की कप्तानी की. जिनमें से उन्होंने 4 टेस्ट जीते, इतने ही हारे और 8 टेस्ट ड्रॉ रहे. वाडेकर ने टेस्ट करियर में 31.07 की औसत से 2,113 रन बनाए, जिसमें एक शतक के अलावा उनके 14 अर्धशतक भी शामिल हैंं. वाडेकर ने दो वनडे इंटरनेशनल में 73 रन बनाए.
भारत सरकार ने 1967 से वाडेकर को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया. इसके बाद 1972 में उन्हें पद्मश्री अलंकरण से भी विभूषित किया गया.
वाडेकर FACTS-
-वाडेकर न्यूजीलैंड (1967/68), वेस्टइंडीज (1970/71) और इंग्लैंड (1971) की धरती पर पहली टेस्ट जीत में भारतीय टीम में रहे. वेस्टइंडीज और इंग्लैंड में तो वह भारत के कप्तान थे, जबकि न्यूजीलैंड में नवाब पटौदी ने कप्तानी की थी.
-वाडेकर तीन लगातार टेस्ट सीरीज जीतने वाले भारत के पहले कप्तान थे. उन्होंने वेस्टइंडीज को 1970-71 में 1-0 (5) से , इंग्लैंड को 1971 में 1-0 (3) से हराने के बाद भारत दौरे पर इंग्लैंड को 1972-73 में 2-1(5) से हराया.
-वाडेकर 1992 से 1996 तक भारतीय टीम के मैनेजर (कोच) रहे. इस दौरान अजहरुद्दीन की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ 3-0 से सीरीज जीत के साथ लगातार 14 टेस्ट मैचों में अविजित रहने का उल्लेखनीय प्रदर्शन किया.