विपक्षी पार्टियां हवा देकर हाथरस को राजनीति का अखाड़ा बनाने की कोशिश कर रहे हैं. एक युवक से बातचीत का ऑडियो वायरल होने के बाद हाथरस के सांसद राजवीर दिलेर विवादों में घिर गए हैं। सांसद वीडियो में कही गई बातों से इनकार नहीं कर रहे हैं। उनका कहना है कि मुंबई से एक वाल्मीकि समाज के लड़के का फोन आया था। बाद में वही ऑडियो वायरल कर दिया। पूर्व विधायक राजवीर पहलवान के आरोप को सांसद निराधार बता रहे हैं। उनका कहना है कि न तो उन्होंने रिपोर्ट कराई और न ही कि किसी आरोपी को जेल भेजवाया।
चंदपा की बिटिया की निर्मम हत्या के बाद हाथरस राजनीति का अखाड़ा बन गया है। सांसद दिलेर की भूमिका को लेकर भी लोग तरह-तरह के सवाल उठा रहे हैं। सांसद का एक ऑडियो वायरल हुआ है, जिसमें वह कह रहे हैं कि ‘25 लाख रुपये दे दिए अब सब मामला निपट गया’।
ताजा ऑडियो पर सांसद का कहना है कि बिटिया की मृत्यु के बाद मुंबई के एक वाल्मीकि समाज के एक युवक का फोन उनके पास आया था। वही कह रहा था आप वाल्मीकि हैं, ठाकुरों के साथ ये करा दो, वो करा दो। (दरिदंगी की शिकार बिटिया अनुसूचित जाति की है जबकि चारों आरोपी ठाकुर समाज से हैं)। सांसद ने कहा, मैंने उसे बताया कि लड़की के पिता को 25 लाख रुपये मिल गए हैं। पुत्र को नौकरी एवं हाथरस में आवास मिल जाएगा। अब मामला निपट गया है। लड़की के पिता स्वयं लोगों से धरना-प्रदर्शन न करने का हाथ जोड़कर आग्रह कर चुके हैं।
सांसद का कहना है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा है। जो सच है, बोल दिया है। पूर्व विधायक एवं भाजपा नेता राजवीर सिंह पहलवान द्वारा लगाए जा रहे आरोपों पर सांसद का कहना है कि उन्होंने बिटिया के मामले में न तो रिपोर्ट दर्ज कराई है और न ही आरोपियों को जेल भिजवाया है। बिटिया के साथ ज्यादती 14 सितंबर को हुई थी और उस समय संसद चल रही चल रही थी। मैं हाथरस में नहीं था।
23 सितंबर को संसद सत्र समाप्त हुआ और वह 25 को यहां आया। आने से पहले एफआईआर व आरोपियों को जेल भेजे जाने की कार्रवाई हो चुकी थी। फिर मेरी भूमिका कैसे संभव है। दिलेर का कहना है कि जो कुछ भी हुआ, वह दुखद है। संयम बरतना चाहिए। विपक्षी पार्टियां हवा देकर हाथरस को राजनीति का अखाड़ा बनाने की कोशिश कर रहे हैं। हमारा हाथरस शांति प्रिय है। उनकी कोशिश बस यही है कि दोषी जेल जाए और निर्दोष को सजा न हो।