देखा जाए तो कुछ ही लोग हैं जो आराम से अपना बेक्रफास्ट और लंच करते हैं. नहीं तो इस भागदौड़ और तेज रफ्तार वाली लाइफ में अधिकांश लोग बिजी शेड्यूल की वजह से दिन के दो मोस्ट इंपॉर्टेंट मील जल्दी से करने की कोशिश करते हैं. सुबह ऑफिस का काम शुरू करने की जल्दी होती है जबकि दोपहर में लंच के लिए मीटिंग में से कुछ समय निकाल पाते हैं. महामारी के समय में हर घर में यह एक रेगुलर सीन बन गया है. ऐसे में जल्दी से खाना से शरीर के लिए नुकसानदायक है.
आवश्यकता से अधिक खाना
जब हम जल्दी-जल्दी खाना खाते हैं तो शरीर की आवश्यकता से अधिक कैलोरी का उपभोग करते हैं. जब हम जल्दी भोजन करते हैं तो हमेशा ज्यादा खाते हैं क्योंकि हमारे मस्तिष्क को यह महसूस करने का समय नहीं मिलता है कि पेट कब भर गया. धीरे-धीरे भोजन करने से हमारे मस्तिष्क को ठीक से काम करने में मदद मिलती है. पेट भर जाता है तो वह मस्तिष्क को सिग्नल भेजता है और हम खाना बंद कर देते हैं.
वजन बढ़ना
अधिक खाने से अक्सर वजन बढ़ता है जिससे स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्यायें पैदा होती हैं. हमारा शरीर, कोशिकाओं में सभी एक्स्ट्रा कैलोरी स्टोर करता है, जिससे वजन बढ़ता है. हेल्दी वैट बनाए रखने के लिए धीरे-धीरे खाएं और अनावश्यक वजन बढ़ाने से बचें.
इनडाइजेशन
खाना जल्दी खाने से कई बार इनडाइजेशन की समस्या हो जाती है. यह तब होता है जब आप अपने भोजन को ठीक से नहीं चबाते हैं और भोजन के साथ लिक्विड कम लेते हैं. इससे भोजन को डाइजेस्ट करना डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए मुश्किल हो जाता है. इससे सूजन और इनडाइजेशन की समस्या होती है.
डायबिटीज का खतरा
जल्दी-जल्दी भोजन करना सीधे डायबिटीज का कारण नहीं बनता है, लेकिन यह इस बीमारी के डवलपमेंट की रिस्क को बढ़ा सकता है. कुछ स्टडीज से साबित होता है कि फास्ट इटिंग से इंसुलिन रेजिस्टेंस की रिस्क बढ़ जाती है, जो वयस्कों में टाइप 2 डायबिटीज का कारण बन सकता है.