कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की पंजाब में ट्रैक्टर रैली का कार्यक्रम एक बार फिर बदल गया है। राहुल गांधी की ट्रैक्टर यात्रा अब 4 अक्टूबर से शुरू हाेगी और 6 अक्टूबर को यह हरियाणा में प्रवेश करेगी। राहुल की यात्रा के कार्यक्रम में दो बार बदलाव हो चुका है। पहले वह 2 अक्टूबर से यह यात्रा शुरू करने वाले थे और इसे 3 अक्टूबर से कर दिया गया था। दूसरी ओर राहुल गांधी की ट्रैक्टर रैली से कांग्रेस पंजाब की सियासत में नवजाेत सिंह सिद्धू को रीलॉन्च करने की तैयारी कर रही है।
अब 4 अक्टूबर से 6 अक्टूबर तक पंजाब में होगी राहुल गांधी की ट्रैक्टर यात्रा
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने खुद शुक्रवार को राहुल गांधी की टैक्टर यात्रा के कार्यक्रम में बदलाव की जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राहुल गांधी की यात्रा का कार्यक्रम पहले की तरह ही रहेगा, बस तिथि में बदलाव किया गया है। अब राहुल की यात्रा 4 अक्टूबर को शुरू होकर 6 अक्टूबर तक चलेगी। कैप्टन अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार रवनीत ठुकराल ने इस संबंध में ट्वीट किया है।
उधर, पंजाब कांग्रेस ने राहुल गांधी की ट्रैक्टर रैली की कामयाबी के लिए पूरा जोर लगा दिया है। इसके लिए फायर ब्रांड नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को मनाने की कवायद में जुटी है। राहुल गांधी की ट्रैक्टर यात्रा के साथ कांग्रेस पंजाब में सिद्धू को लेकर नई शुरुआत करने की तैयारी में है। पंजाब कांग्रेस ने सिद्धू को पार्टी का स्टार करार दिया है। पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि सिद्धू कांग्रेस के स्टार हैं और राहुल गांधी की ट्रैक्टर रैली में आएंगे।
हरीश रावत की नवजोत सिंह सिद्धू से मुलाकात के बाद पंजाब कांग्रस में सियासत गर्माई
हरीश रावत की नवजोत सिंह सिद्धू से दो बार मुलाकात हुई है। वीरवार को रावत की पहले सिद्धू से मुलाकात अमृतसर के सर्किट हाऊस में हुई। इसके बाद रावत देर रात सिद्धू के घर पहुंचे। हरीश रावत का कहना है कि नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस के स्टार हैं और वह खुद उन्हेंं राहुल गांधी की रैली में लेकर जाएंगे। उन्होंने कहा कि वह सिद्धू के घर चाय पीने गए थे।
सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच खींचतान के बारे में रावत ने कहा, हर परिवार में थोड़ी बहुत मनमुटाव होते हैं। बतौर प्रभारी उन्हेंं दूर करना मेरी जिम्मेदारी है और वही करने मैं यहां आया हूं। हरीश रावत ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू के साथ उन्होंने पार्टी और किसान आंदोलन को लेकर बातचीत की है।
बता दें कि पंजाब कांग्रेस प्रभारी बनने के बाद हरीश रावत वीरवार को पहली बार गुरुनगरी पहुंचे। वह सबसे पहले श्री हरिमंदिर साहिब और श्री दुर्ग्याणा तीर्थ में नतमस्तक हुए। इसके बाद देर शाम सर्किट हाउस में स्थानीय नेताओं से मुलाकात की और उनकी नब्ज टटोली। पूर्व कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू भी उनसे मिलने पहुंचे। वहां दोनों ने अकेले में दस मिनट तक बातचीत भी की। इसके बाद रावत रात को सिद्धू के आवास पर पहुंचे।
दोनों की इस मुलाकात से यह तय हो गया है कि शनिवार से शुरू होने वाली कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की ट्रैक्टर रैली में नवजोत सिद्धू भी होंगे। राहुल गांधी की यात्रा तीन दिन तक रहेगी। दरअसल रैली में कांग्रेस सिद्धू के संग नई शुरुआत करना चाहती है।
बता दें पिछले साल जुलाई में इस्तीफा देने के बाद से नवजोत सिंह सिद्धू पार्टी में हाशिए पर चल रहे थे। हरीश रावत पहले ऐसे बड़े नेता हैं, जिन्होंने उनके घर जाकर उनसे मुलाकात की है। इससे पहले भी उन्होंने संकेत दिया था की वह नवजोत सिद्धू व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच में सेतु का काम करते हुए उनकी मीटिंग करवाएंगे।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के बाद अमरिंदर सिंह ने शहरी सीटों में मिली हार के लिए नवजोत सिद्धू को जिम्मेवार ठहराते हुए उनका कैबिनेट में महकमा बदल दिया। स्थानीय निकाय लेकर सिद्धू को बिजली विभाग सौंप दिया गया। कैप्टन अमरिंदर ने स्पष्ट कर दिया था कि नवजोत सिद्धू को किसी भी सूरत में स्थानीय निकाय विभाग वापस नहीं सौंपा जाएगा। सिद्धू ने यह महकमा स्वीकार नहीं किया और कैबिनेट मंत्री पद से दो महीने बाद इस्तीफा दे दिया। हरीश रावत नवजोत सिंह सिद्धू को किस तरह मनाते हैं, यह तो देखना ही होगा। सबसे बड़ी बात यह भी है कि वह उन्हेंं राहुल गांधी की यात्रा के लिए भी तैयार करें।
शिरोमणि अकाली दल ने वीरवार को जिस तरह से राज्य भर में तीन अलग दिशाओं से यात्राएं निकालकर अपने वर्करों को सक्रिय किया है, उससे भी कांगेस के लिए यह चिंता बनी हुई है कि कहीं कृषि कानूनों के विरोध का सारा श्रेय शिअद न ले जाए। पार्टी को हर हालत में राहुल की यात्रा को शिराेमणि अकाली दल के किसान मार्च से ज्यादा सफल बनाना है।
ऐसे में अगर नवजोत सिंह सिद्धू वापस पार्टी में सक्रिय होते हैं और राहुल गांधी की ट्रैक्टर रैली में शामिल होते हैं तो निश्चित रूप से पार्टी शिरोमणि अकाली दल के किसान मार्च के प्रभाव को काफी हद तक कम करने में सफल हो जाएगी। हरीश रावत की नवजोत सिद्धू से मुलाकात इस मायने में भी महत्वपूर्ण है कि आगामी विधानसभा चुनाव के लिए रण में उतरना है। पार्टी के पास सिर्फ सवा साल ही बचा है। ऐसे में अगर उनके सबसे तेज-तर्रार नेता सक्रिय नहीं होते या किसी और पार्टी का दामन थाम लेते हैं तो यह कांग्रेस के लिए अनुकूल नहीं होगा ऐसे में हरीश रावत ने सिद्धू को मनाने की कवायद करके पार्टी के लिए एक बड़ा काम किया है।
राहुल गांधी की ट्रैक्टर यात्रा तीन दिन में करेगी 52 किमी की दूरी
बता दें कि कृषि कानूनों के विरोध में राहुल गांधी 4 अक्टूबर से पंजाब में ट्रैक्टर यात्रा शुरू करेगी। यह यात्रा 6 अक्टूबर को हरियाणा में प्रवेश करेगी। पहले यह 2 अक्टूबर और फिर 3 अक्टूबर से शुरू होनी थी। राहुल तीन दिन में पंजाब में 52 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे।
पंजाब कांग्रेस ने पहले एक दिन में 50 किलोमीटर तक की यात्रा का ब्लू प्रिंट तैयार किया था। लेकिन सुरक्षा एजेंसियां इसे क्लीयरेंस नहीं दे रही थीं। अंत में इसे 20 किलोमीटर के करीब लाया गया। वहीं, माना जा रहा है कि राहुल गांधी जिस ट्रैक्टर पर यात्रा करेंगे वह बुलेटप्रूफ होगा। इसमें मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, प्रदेश प्रभारी हरीश रावत और प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ सवार होंगे। हरीश रावत और सुनील जाखड़ ने बताया कि इस यात्रा में पंजाब के सभी कैबिनेट मंत्री और विधायक शामिल होंगे।
मालवा तक सीमित रखा गया है मार्च
अहम बात यह है कि राहुल गांधी का ट्रैक्टर मार्च मालवा तक ही सीमित रखा गया है। यही वह क्षेत्र है, जहां पर सबसे ज्यादा किसान हैं और वे कृषि कानून का विरोध कर रहे है।
यह है यात्रा का कार्यक्रम –
4 अक्टूबर : राहुल गांधी 22 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे। मोगा के निहाल सिंह वाला के बदनी कलां में सुबह 11 बजे एक सार्वजनिक बैठक से ट्रैक्टर मार्च की शुरुआत होगी। इसके बाद यह लुधियाना के जगराओं के लिए रवाना हो जाएगी। वहां पर चकर, लक्खा और माणूके होते हुए रायकोट के जटपुरा में एक जनसभा के बाद समाप्त होगी।
5 अक्टूबर : राहुल गांधी 20 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे। इसकी शुरुआत बरनाला चौक, संगरूर में एक समारोह से होगी। जहां से राहुल और उनकी टीम ट्रैक्टरों पर सवार होने से पहले एक जनसभा के लिए भवानीगढ़ तक कार से जाएंगे। समाना (जिला पटियाला)के अनाज मंडी में जनसभा का आयोजन किया जाएगा। जनसभा से पहले फतेहगढ़ छाना और बाहमना में समारोह भी होगा।
6 अक्टूबर : इस दिन राहुल 10 किलोमीटर की यात्रा करेंगे। इसके बाद वह पिहोवा सीमा से होते हुए हरियाणा में प्रवेश कर जाएंगे। इससे पूर्व राहुल पटियाला के दूधन साधा में एक सार्वजनिक बैठक में भी हिस्सा लेंगे।