जेएनयू छात्र नेता उमर खालिद पर हमले की जांच मंगलवार दोपहर को संसद मार्ग थाना पुलिस से लेकर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सौंप दी गई है। हालांकि हमले के दूसरे दिन भी हमलावर का कोई सुराग हाथ नहीं लगा। आरोपी का चेहरा सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गया है और पुलिस उसे कश्मीरी युवक बता रही है। नई दिल्ली जिला पुलिस इस मामले में कई लोगों से पूछताछ कर चुकी है।
नई दिल्ली जिले के संयुक्त पुलिस आयुक्त अजय चौधरी ने बताया कि मामले की जांच संसद मार्ग थाना पुलिस से लेकर स्पेशल सेल को सौंप दी गई है। दूसरी तरफ सेल पुलिस अधिकारियों के अनुसार, कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद स्पेशल सेल ने जांच शुरू कर दी है। संसद मार्ग थाना पुलिस द्वारा की गई जांच के बाद विश्लेषण किया जा रहा है। स्पेशल सेल की टीम उमर खालिद व उसके जानकारों से बात कर ये जानने का प्रयास कर रही है कि उनको किसी पर संदेह तो नहीं है।
आरोपी का चेहरा सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गया है। आरोपी सात जगह सीसीटीवी कैमरों में भागते हुए दिखाई दे रहा है। नई दिल्ली जिला पुलिस ने वारदात वाले रूट पर लगे 13 कैमरों की सीसीटीवी फुटेज खंगाली थी। आरोपी मौके से रफी मार्ग पर भागते हुए संसद मार्ग की तरफ आया। यहां से वह पटेल चौक पहुंचा। यहां पर ये पैदल चलते हुए एक इमारत में घुसता हुआ दिखाई दे रहा है। आखिरी फुटेज में वह फोन पर बात करते हुए भी दिखाई दे रहा है।
नई दिल्ली जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मौके से जो हथियार मिला है वह कट्टा है। कट्टे से गोली चली है। गोली का खोल नीचे नहीं गिरा, बल्कि कट्टे में ही फंसा रह गया। पुलिस ने कट्टे से गोली चलने व नहीं चलने को लेकर फोरेंसिक जांच कराई थी। फोरेंसिक एक्सपर्ट ने भी बता दिया है कि कट्टे से गोली चली है। उमर खालिद ने भी अपने बयान में कहा है कि आरोपी ने दूर जाकर गोली चलाई थी। हो सकता है कि लोग उसे पकड़ने की कोशिश कर रहे हों और आरोपी ने खुद को बचाने के लिए गोली चला दी।