डायबिटीज के रोगियों के लिए शर्करा लेवल को नियंत्रित रखना किसी बड़ी चेलेंज से कम नहीं है। इसके लिए व्यक्ति अपनी डाइट पर पूरा ध्यान देते हैं तथा उचित अंतराल पर ब्लड शुगर का टेस्ट करते रहते हैं। साथ में वर्क आउट भी करते हैं। एक्सपर्ट्स की मानें तो डायबिटीज किसी भी आयु के लोगों को हो सकता है। इसके दो प्रकार हैं। टाइप 1 डायबिटीज की अपेक्षा में टाइप 2 अधिक भयंकर है।
वही इसके लिए रोगियों को लापरवाही कतई नहीं बरतनी चाहिए। जबकि ब्लड शुगर स्तर का नियमित टेस्ट भी आवश्यक है। यदि आप भी टाइप 2 डायबिटीज के रोगी हैं तथा ब्लड शुगर को कंट्रोल करना चाहते हैं, तो प्रतिदिन नाश्ते में दूध अवश्य पिएं। इससे डायबिटीज में राहत मिल सकती है। एक शोध में खुलासा हुआ है कि दूध दिनभर ब्लड में शर्करा लेवल को कंट्रोल अथवा कम करने में समर्थ है।
वही एक शोध के मुताबिक, प्रातः के नाश्ते में दूध पीने से ब्लड शुगर दिनभर कम अथवा कंट्रोल रहता है। शोधकर्ताओं ने यह भी पता लगाने कि कोशिश की कि प्रातः के नाश्ते में उच्च प्रोटीन युक्त दूध पीने तथा नाश्ता करने से ब्लड शुगर कितनी समय तक कंट्रोल रहता है। साथ ही इस शोध से पता चला कि साबुत अनाज के साथ दूध पीने से पानी की अपेक्षा में बल्ड शुगर लेवल कम होती है। वहीं नार्मल डेयरी उत्पादों की अपेक्षा में उच्च प्रोटीन युक्त दूध से ब्लड शुगर अधिक नियंत्रित रहती है। जबकि नाश्ते में उच्च प्रोटीन युक्त आहार लेने से भी ब्लड शुगर कम होती है। इसी के साथ इन चीजों का ध्यान रखना बेहद आवश्यक होता है।