देश के सबसे बड़े राज्य यूपी में पुलिस महकमे के लिए बड़ी न्यूज़ है। पीएसी सैनिकों को प्रमोशन न देने के फैसले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने पीएसी जवानों को तुरंत प्रमोशन देने के आदेश दिए हैं। साथ-साथ शासन को जानकारी दिए बिना फैसले करने वाले अधिकारी के विरुद्ध इन्वेस्टिगेशन के आदेश दे दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पुलिस के सैनिकों का मनोबल गिराने वाला कोई फैसला सहन नहीं किया जाएगा।
दरअसल बीते दिनों यूपी के एडीजी (स्थापना) पीयूष आनंद के एक आदेश से हंगामा मच गया। लगभग 900 जवानों को जिला पुलिस से वापस पीएसी में भेज दिया गया। इससे आर्म्ड पुलिस से सिविल पुलिस में गए जवानों का डिमोशन हो गया। इसमें हेड कांस्टेबल, 6 सब इंस्पेक्टर को कॉन्स्टेबल बनाया दिया गया। पिछले 20 वर्षों में ये सभी पीएसी से सिविल पुलिस में गए थे। पीएसी में कॉन्स्टेबल की पोस्ट से ये सभी सिविल पुलिस में गए थे।
वही सिविल पुलिस में प्रमोशन पाकर ये हेडकॉन्स्टेबल, सब इंस्पेक्टर बन गए थे। हालांकि केस में एडीजी स्थापना ने दावा किया था कि किसी भी स्टाफ की हानि नहीं होने दी जाएगी। अपने बैच के अनुसार, सभी पुलिसकर्मियों को सीनियॉरिटी प्राप्त होगी। परन्तु इस फैसले से शासन तक बवाल मच गया। शिकायत सीएम तक पहुंची तो उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए डीजीपी को निर्देश दिए कि इन सभी 900 सैनिकों का तत्काल प्रमोशन किया जाए। वैसे बता दें इस फैसले को इलाहाबाद उच्च न्यायालय में भी चुनौती दी जा चुकी है। वही अब पुरे मामले की जाँच की जा रही है।