जीओसी मेजर जनरल जेएस यादव ने कहा कि पूर्व सैनिकों को इलाज की सुविधा आसान करने के लिए प्रदेश में जल्द ही चार और पॉली क्लीनिक खोले जाएंगे। प्रदेश सरकार ने इसके लिए उत्तराखंड सब एरिया को चार जगह जमीन दे दी है।
वह रविवार को बतौर मुख्य अतिथि कैंट स्थित सैनिक इंस्टीट्यूट के सभागार में उत्तराखंड सब एरिया सम्मान समारोह एवं पूर्व सैनिक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पॉली क्लीनिक काफी कम हैं, जिसके कारण पूर्व सैनिकों को इलाज कराने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसे लेकर प्रदेश सरकार से वार्ता की गई, जिसके बाद सरकार ने रुद्रप्रयाग, कर्णप्रयाग के साथ ही दून के क्लेमेंटटाउन और सेलाकुई में जमीन आवंटित की है। जहां जल्द ही पॉली क्लीनिक का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। पॉली क्लीनिक बनने के बाद पूर्व सैनिकों को इलाज कराने में सहूलियत मिलेगी। उन्होंने ब्रांच अधिकारियों को पूर्व सैनिकों की समस्याओं के तुरंत निस्तारण के निर्देश दिए।
कार्यक्रम के दौरान जीओसी मेजर जनरल जेएस यादव ने वीर नारियों को सम्मानित किया। इसके अलावा द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान घायल हुए सात पूर्व सैनिकों, 10 दिव्यांग पूर्व सैनिक के साथ ही 80 साल से अधिक आयु के पूर्व सैनिक ऑननरी नायब सूबेदार कृष्ण बहादुर थापा को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सैकड़ों पूर्व सैनिक पहुंचे थे। इस दौरान वेटरेन ब्रांच के प्रभारी कर्नल समीत नवानी, कर्नल कुलदीप सिरोही, कर्नल एएस रावत, जिला सैनिक कल्याण के अधिकारी कर्नल (सेवानिवृत्त) डी कौशिक आदि मौजूद रहे।
ये वीर नारियां हुई पुरस्कृत
आशा देवी, लक्ष्मी, राजकुमारी देवी, गणेशी देवी, शशि देवी, रूपा, मंजू बिष्ट, सुमति देवी, देवेश्वरी, रजनी प्रधान, रोशनी देवी, सुषमा देवी, पार्वती देवी, लक्ष्मी देवी, सुनीता, रामेश्वरी, आशा रावत।
इन सैनिक विधवाओं का भी सम्मान
कार्यक्रम के दौरान सैनिक विधवाओं पार्वती देवी, रामकली, बच्ची देवी, विद्या देवी, तुलसी देवी, लीला देवी, सरोज देवी को भी सम्मानित किया गया।
युद्ध में दिव्यांग हुए वीरों का भी हुआ सम्मान
राइफलमैन बाल बहादुर थापा, ऑननरी नायब सूबेदार राजेंद्र सिंह, सूबेदार मेजर एवं ऑननरी कैप्टर विष्णु प्रसाद शर्मा, राइफलमैन जीएस रावत, हवलदार उमेश कुमार आदि।
पूर्व सैनिकों ने बताईं समस्याएं
पूर्व सैनिक सम्मेलन में पूर्व सैनिकों ने जीओसी को अपनी समस्याएं बताईं। उन्होंने कहा कि ईसीएचएस कार्ड नवीनीकरण प्रक्रिया में काफी दिक्कतें आ रही हैं। इसके चलते पूर्व सैनिकों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। उन्होंने इस प्रक्रिया को आसान बनाने की मांग की। साथ ही कैंट क्षेत्र में गृहकर माफ करने, सेना की ओर से बंद किए गए रास्तों को खोलने, कैंटीन खोलने के साथ ही अवैध कब्जा हटाने, पेंशन आदि समस्याओं के समाधान की मांग की। जीओसी ने जल्द ही उनकी समस्या के समाधान का आश्वासन दिया।