लखनऊ। आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सदस्य व उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह पर राजद्रोह के साथ साजिश रचने, धोखाधड़ी की धाराएं बढ़ाई गई हैं। पुलिस ने संजय सिंह के खिलाफ दो सितम्बर को जातिवादी भावना भड़काने और आईटी एक्ट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। एक माह के भीतर अलग-अलग जिलों में संजय सिंह के खिलाफ 13 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। उन पर प्रदेश सरकार के खिलाफ जातिगत सर्वे का ऑडियो बनवाने का आरोप है। पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय के मुताबिक, अतिरिक्त प्रभारी निरीक्षक व विवेचक अनिल सिंह की तरफ से आम आदमी पार्टी के सांसद खिलाफ गुरुवार को राजद्रोह की धारा के साथ 41ए की समन जारी किया गया है। पुलिस ने इस संबंध में नोटिस भेजा और 20 सितम्बर रविवार के दिन 11 बजे पेश होने को कहा है। नोटिस में यह स्पष्ट लिखा है कि अगर संजय सिंह निर्धारित तिथि को आकर अपना पक्ष नहीं रखते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। संजय सिंह के साथ ही सर्वे करने वाली निजी कंपनी के तीन निदेशकों पर भी राजद्रोह,धोखाधड़ी की धारा बढ़ाई है।
विभिन्न वर्गों में वैमनस्यता फैलाने व लोगों की भावनाओं को आहत करने के मामले में जांच के दौरान पुलिस ने यह पाया कि संजय सिंह व अन्य लोगों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ साजिश रची है। आरोपितों ने जालसाजी करके सरकार की छवि धूमिल करने का भी प्रयास किया था। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले लोगों के फोन पर एक सर्वे का ऑडियो आया था, जिसमें उत्तर प्रदेश सरकार पर जाति के आधार पर काम करने का आरोप लगाया गया था। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने इसे सर्वे बताया था और इसकी जिम्मेदारी ली थी।