भारत में चीन की जासूसी को लेकर लगातार तीसरे दिन बड़ा खुलासा हुआ है. अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक चीन प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारियों, राज्यों के डीजीपी और मुख्य सचिवों समेत 370 से ज्यादा लोगों की जासूसी कर रहा है. इस मामले में राष्ट्रीय तकनीकी अनुसंधान संगठन यानी एनटीआरओ ने अपनी जांच भी शुरू कर दी है.
किन-किन लोगों की जासूसी कर रहा है चीन?
- प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारी
- राज्य के मुख्य सचिव
- डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी)
- मुख्य सतर्कता आयोग
- विदेश विभाग के अधिकारी
- वित्त मंत्रालय के अधिकारी
रिपोर्ट के मुताबिक, चीन पीएमओ के कम से कम आधा दर्जन नौकरशाहों की जासूसी कर रहा है, जो सीधे प्रधानमंत्री के अधीन मंत्रालयों में काम करते हैं. इतना ही नहीं चीन ने कम से कम 23 मुख्य सचिव और 15 डीजीपी की भी निगरानी की है. ये नौकशाह मुख्य रूप से प्राकृतिक संसाधनों, बुनियादी ढांचे और शहरी विकास, वित्त और कानून व्यवस्था सहित प्रमुख विभागों में कार्यरत हैं.
इन लोगों की भी की जा रही है निगरानी
- अर्चना वर्मा, अतिरिक्त सचिव, केंद्रीय सतर्कता आयोग
- टी श्रीकांत, जी किशन रेड्डी के निजी सचिव, गृह मंत्रालय, मंत्रालय
- अनिल मलिक, अतिरिक्त सचिव (विदेशी), एमएचए
- डी राजकुमार, सीईओ, भारत पेट्रोलियम
- विवेक भारद्वाज, अतिरिक्त सचिव (पुलिस आधुनिकीकरण), एमएचए
- निधि छिब्बर, संयुक्त सचिव और अधिग्रहण प्रबंधक (समुद्री सिस्टम), MoD
- एस अपर्णा, कार्यकारी निदेशक, विश्व बैंक, वाशिंगटन डीसी
- अंजना दूबे, उप-महानिदेशक, वित्तीय सेवा विभाग
चीन की जासूसी पर पहला खुलासा क्या था?
पहले दिन इंडियन एक्सप्रेस ने खुलासा किया था कि चीन भारत में बड़े संवेधानिक पदों पर बैठे राजनेताओं और सामरिक पदों पर बैठे अधिकारियों की जासूसी कर रहा है. खुलासा हुआ है कि चीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पांच प्रधानमंत्रियों, पूर्व और वर्तमान के 40 मुख्यमंत्रियों, 350 सांसद, कानून निर्माता, विधायक, मेयर, सरपंच और सेना से जुड़े समेत करीब 1350 लोगों की जासूसी कर रहा है. इंडियन एक्सप्रेस ने जिन नामों का खुलासा किया है, उनमें देश के कई बड़े-बड़े लोगों के नाम शामिल हैं.
चीन की जासूसी पर दूसरा खुलासा क्या था?
इससे पहले कल इंडियन एक्सप्रेस ने खुलासा किया था कि चीन भारत के पेमेंट एप, सप्लाई चेन, डिलीवरी एप्स और इन एप्स के सीईओ-सीएफओ समेत करीब 1400 व्यक्तियों और संस्थाओं की जासूसी कर रहा है. इतना ही नहीं चीन देश के स्टार्टअप्स और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म और भारत में स्थित विदेशी निवेशक और उनके संस्थापक और मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारियों की भी निगरानी कर रहा है.
चीन की शेनझेन और झेन्हुआ इंफोटेक कर रही हैं जासूसी
चीन की कंपनी शेनझेन इंफोटेक और झेन्हुआ इंफोटेक ये जासूसी कर रही है. शेनझेन इंफोटेक कंपनी ये जासूसी चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार के लिए कर रही है. इस कंपनी का काम दूसरे देशों पर नजर रखना है.