भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर बड़ी खबर है. रूस के मॉस्को में चल रही विदेश मंत्रियों की बैठक में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीन के विदेष मंत्री वांग यी के बीच मुलाकात हुई और दोनों देश सीमा पर तनाव घटाने को लेकर सहमत हो गए हैं. भारत और चीन सीमा विवाद घटाने के लिए राजी हुए हैं. दोनों देशों के बीच 5 सूत्रीय फॉर्मूले पर रजामंदी हो गई है.
भारत-चीन के बीच नीति पर कोई बदलाव नहीं
मॉस्को में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यह साफ किया कि भारत एलएसी (लाइन ऑफ एक्चुल कंट्रोल) पर जारी तनाव को और नहीं बढ़ाना चाहता है. वहीं भारत का मानना है कि चीन के लिए भारत की नीति में और भारत के प्रति चीन की नीति में किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ है.
At the end of talks, Jaishankar and Wang reached an agreement on five points that will guide their approach to border situation: Govt sources
— Press Trust of India (@PTI_News) September 11, 2020
दो पड़ोसी देशों के बीच असहमति स्वाभाविक-विदेश मंत्रालय
बता दें कि चीन के विदेश मंत्रालय की तरफ से यह भी कहा गया कि दो पड़ोसी देश होने के नाते सीमा पर चीन और भारत में कुछ मुद्दों पर असहमति तो है लेकिन ये स्वाभाविक है. जरूरी तथ्य ये है कि उन असहमतियों को सुलझाने के लिए सही परिपेक्ष्य में देखा जाना चाहिए.
भारत-चीन के बीच जिन पांच सूत्रीय बिंदुओं पर बनी सहमति
- आपसी मतभेदों को विवाद नहीं बनने दिया जाएगा.
- दोनों देशों की सेनाएं विवाद वाले क्षेत्रों से पीछे हटें.
- तय मैकेनिज्म के अनुसार दोनों देश बातचीत जारी रखें.
- मौजूदा संधियों और प्रोटोकॉल्स को दोनों देश मानेंगे.
- दोनों देश ऐसा कोई कदम नहीं उठाएंगे जिससे तनाव बढ़े.
दो घंटे चली विदेश मंत्रियों के बीच बैठक
विदेश मंत्री एस जयशंकर और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच मॉस्को में बैठक हुई. दोनों नेताओं के बीच रात के करीब आठ बजे कांग्रेस पार्क वोलकोंस्की होटल में बैठक शुरू हुई और करीब साढ़े दस बजे खत्म हुई.