अमेरिका (US) ने यात्रा के लिए पाकिस्तान (Pakistan) को भारत (India) से बेहतर बताया है. अमेरिका ने पाकिस्तान के लिए अपने यात्रा परामर्श (US travel advisory) में संशोधन किया है और इसे तीसरे स्तर पर रखते हुए देशवासियों से पाकिस्तान की ‘यात्रा की योजना पर पुनर्विचार’ करने को कहा है. बता दें कि भारत इस रेटिंग में चौथे स्तर पर सीरिया, यमन, ईरान और इराक जैसे हिंसा प्रभावित देशों के साथ शामिल है, पाकिस्तान भी पहले इसी कैटेगरी में था.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के परामर्श के अनुसार भारत अब भी यात्रा परामर्श के चौथे स्तर में है. अमेरिका ने भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मामलों के मद्देनजर वहां ‘यात्रा नहीं करने’ का परामर्श छह अगस्त को जारी किया था. मंत्रालय ने मंगलवार को जारी परामर्श में कहा, ‘कोविड-19 और आतंकवाद के मद्देनजर पाकिस्तान की यात्रा की योजना पर पुनर्विचार करें.’ उल्लेखनीय है कि इससे पहले 10 अगस्त को जारी परामर्श में पाकिस्तान को चौथे स्तर में रखा गया था.
मंत्रालय ने अमेरिकी नागरिकों से अपील की कि वे आतंकवाद एवं अपहरण की घटनाओं के कारण बलूचिस्तान एवं खैबर पख्तूनख्वा और आतंकवाद एवं सशस्त्र संघर्ष की आशंका के कारण नियंत्रण रेखा के पास यात्रा नहीं करें. उसने बताया कि रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने कोविड-19 के मद्देनजर पाकिस्तान के लिए तीसरे स्तर का यात्रा स्वास्थ्य नोटिस जारी किया है. मंत्रालय के अनुसार, पाकिस्तान के सुरक्षा संबंधी हालात में 2014 में उस समय के बाद से सुधार हुआ है, जब पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने आतंकवाद एवं उग्रवाद विरोधी ठोस अभियान चलाए थे.
भारत चौथे स्तर पर कायम
ट्रंप प्रशासन ने एक कड़ा कदम उठाते हुए नागरिकों को भारत (India) न आने की सलाह दी हुई है. अमेरिका ने इस एडवाइजरी के लिए स्पष्ट वजह नहीं बताई है लेकिन इस तरह की सलाह सिर्फ आतंकवाद, गृहयुद्ध, संगठित अपराध और महामारी जैसे कारणों से ही दी जाती है. अमेरिका ने भारत की यात्रा के लिए रेटिंग 4 निर्धारित की है, जिसे सबसे खराब मानी जाती है. इसी रेटिंग में अमेरिका ने युद्धग्रस्त सीरिया, आतंकवाद के केंद्र ईरान, इराक और यमन जैसे देशों को रखा हुआ है. 23 अगस्त को जारी इस ट्रेवेल एडवाइजरी में भारत के अलावा सीरिया, यमन, ईरान और इराक जैसे हिंसा प्रभावित देशों को शामिल किया गया है.
भारत के लिए इस एडवाइजरी का कारण बढ़ते कोरोना के केस बताए जा रहे हैं. माना जा रहा है के इसी के मद्देनज़र ट्रंप प्रशासन ने नागरिकों को भारत की यात्रा न करने की सलाह दी है. अमेरिकी एजेंसियों का मानना है की कोरोना के आलावा भारत में अपराध और आतंकवाद में तेजी आई है. इस एडवाइजरी में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध और उग्रवाद को भी यात्रा न करने के कारणों में शामिल किया गया है. हालांकि इंडियन टूरिज्म एंड हॉस्पिटलटी संघ (FAITH) ने भारत सरकार से गुहार लगाई है कि वे अमेरिका सरकार से ट्रेवल एडवाइजरी को बदलने के लिए दबाव डाले.