उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने सांसदों की वेतन बढ़ाने की मांग पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सांसद एक करोड़ की गाड़ी से संसद आते हैं, लेकिन कहते हैं-वेतन बढ़ाओ। वह शनिवार को झारखंड स्थित जमशेदपुर के नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट (एनएसआइबीएम) में आयोजित परिचय सत्र को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि यह बात सिर्फ सांसदों पर नहीं बल्कि विभिन्न राज्यों के विधायकों पर भी लागू होती है। बड़ी विडंबना है कि सांसद वेतन बढ़ाने की बात करते हैं और तमिलनाडु में किसान आत्महत्या कर रहे हैं। महाराष्ट्र में पेयजल की गाड़ी लूट ली जाती है। इसके बावजूद सांसदों और विधायकों के वेतन बढ़ाए जाते हैं। इसका सामूहिक रूप से विरोध नहीं होता है। पहले की अपेक्षा आज सांसदों का वेतन चार गुणा बढ़ गया है।
उन्होंने कहा कि 25 करोड़ की संपत्ति घोषित करने वाले सांसद भी अपना वेतन नहीं छोड़ना चाहते। यही हाल 600 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित करने वाले सांसदों का भी है। वरुण ने कहा कि देश में वह एकमात्र युवा सांसद हैं, जिन्होंने नौ साल से अपना वेतन नहीं लिया। अपने वेतन को विभिन्न मदों में दान कर देते हैं। अब तक 1.08 करोड़ दान दे चुके हैं। उन्होंने देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था में सुधार करने के लिए युवाओं को गोलबंद होने को कहा।
नाबालिग भी अगर दुष्कर्म करे तो उसे हो फांसी
यौन उत्पीड़न व महिला ¨हसा पर वरुण गांधी ने कहा कि दुष्कर्म तो दुष्कर्म ही है, चाहे जिसने भी किया हो। अगर कोई नाबालिग भी दुष्कर्म करता है तो उसको भी फांसी की सजा होनी चाहिए।
तीन लाख करोड़ खर्च, फिर भी नहीं सुधरी शिक्षा
वरुण ने देश की शिक्षा नीति व स्वास्थ्य नीति पर भी जमकर हमला किया। कहा कि सर्व शिक्षा अभियान में तीन लाख करोड़ रुपये अधिक खर्च हो गए हैं। लेकिन सरकारी शिक्षा व्यवस्था में कोई खास-सुधार नहीं हुआ है। इसका कारण यह है कि इस राशि का 89 फीसद भवन निर्माण में खर्च किया गया। शिक्षकों की भारी कमी है।
84 फीसद लोगों के पास हेल्थ इंश्योरेंस नहीं
वरुण गांधी ने कहा कि आज देश की विडंबना है कि 84 फीसद लोगों का हेल्थ इंश्योरेंस नहीं है। लोग सही से अपना इलाज नहीं करा पा रहे हैं। देश के सबसे बड़े अस्पताल एम्स दिल्ली में ठंड के समय 3000 लोग खुली छत के नीचे सोते हैं।