वाराणसी। अविभाजित वाराणसी जिला कांग्रेस कमेटी की पूर्व अध्यक्ष, और लोकसभा चन्दौली की पूर्व सांसद चन्द्रा त्रिपाठी ‘बहु जी’ की 31वीं पुण्यतिथि सोमवार को मनाई गई। इंगलिशिया लाइन स्थित पंडित कमलापति त्रिपाठी फाउन्डेशन कार्यालय में आयोजित श्रद्धाजंलि सभा में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उन्हें याद कर श्रद्धांजलि अर्पित की। सभा में चन्द्रा त्रिपाठी के साथ काम कर चुके पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष विजय शंकर पाण्डेय ने उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को बताया। विजय शंकर पांडेय ने कहा कि ‘दृढ़ इच्छाशक्ति और जुझारू तेवर चंद्रा जी के व्यक्तित्व का अहम हिस्सा था, कांग्रेस कार्यकर्ताओं के हितों की रक्षा के लिये वो हर तरह के संघर्ष के लिये हमेशा तत्पर रहने वाली एक बहादुर नेत्री थीं।
पाण्डेय ने बताया कि 22 ब्लाकों वाले अविभाजित वाराणसी जनपद में जिस प्रकार से उन्होंने कांग्रेस संगठन का संचालन किया। वो उनके कुशल संगठनकर्ता होने का प्रमाण है। चंद्रा त्रिपाठी अपने श्वसुर पंडित कमलापति त्रिपाठी से प्रेरित होकर पंडित जी के कार्यक्षेत्र चन्दौली लोकसभा के संसद सदस्य चुनी गयी। चंदौली के जन प्रतिनिधि के रूप में उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में कई ऐसे विकास कार्यों की नींव रखवाया। जो इस क्षेत्र के विकास के लिये नींव के पत्थर के रूप में आज भी जाने जाते हैं। अन्य वक्ताओं ने अखिल भारतीय महिला क्रिकेट बोर्ड की अध्यक्ष और कई बड़े खेल आयोजनों का दायित्व निर्वाह करके एक कुशल खेल प्रशासक रही चंद्रा त्रिपाठी को स्मरण किया। कांग्रेस के पूर्व वाराणसी जिलाध्यक्ष प्रजानाथ शर्मा ने कहा कि कदाचित उनके जैसे व्यक्तित्व वाला नेता आज ढूंढे से मिलना सम्भव नहीं है। उनकी वाकपटुता, शैली और राजनीतिक पकड़ के कायल पति पंडित लोकपति त्रिपाठी भी रहे।
शर्मा ने बताया कि एक चुनाव में पूर्वांचल की पांच संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस ने पांच महिलाओं को उतारा था। जिनमें एकमात्र चंद्रा त्रिपाठी ने अपने प्रतिद्वंद्वी को 51 हजार से अधिक मतों से हराकर अपनी राजनीतिक सूझबूझ साबित की थी। गोष्ठी में स्व. चंद्रा त्रिपाठी की पुत्री सुश्री अंजली त्रिपाठी ने उनके तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित किया। गोष्ठी का संचालन बैजनाथ सिंह ने किया। श्रद्धांजलि देने वाले नेताओं में पूर्व शहर अध्यक्ष विजयशंकर मेहता, छावनी परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह, सेन्ट्रल बार के पूर्व अध्यक्ष राधेलाल श्रीवास्तव, भूपेन्द्र प्रताप सिंह, राकेश चन्द्र शर्मा,अशोक कुमार पाण्डेय आदि शामिल रहे।