त्यागी रोड स्थित भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण कार्यालय के सामने खाली प्लॉट में खुद को आग लगाने वाली महिला की मंगलवार सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई। आज तीन सदस्यीय चिकित्सकों का पैनल महिला के शव का पोस्टमार्टम करेगा। वहीं, पुलिस ने इस प्रकरण में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की धाराओं में मुकदमा भी दर्ज कर लिया है।
पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर शेखर चंद सुयाल ने बताया कि मूल रूप से पंजाब की रहने वाली पूनम की चार वर्ष पहले सोनू धीमान से शादी हुई थी। सोनू भी पंजाब का ही रहने वाला है। शादी के बाद दोनों देहरादून आ गए और यहां सेवलाकलां माजरा में किराये पर रहने लगे। उनके बीच अक्सर झगड़ा होता रहता था। ऐसे में पूनम सोमवार को तलाक लेने की बात कहकर घर से कोर्ट के लिए निकली, लेकिन त्यागी रोड पहुंच गई। वहां उसने खुद को आग लगा ली। आसपास के लोग जब तक आग बुझा पाते, पूनम 80 फीसद तक जल चुकी थी। घटना के वक्त उसकी गोद में एक साल की बेटी भी थी, जो सुरक्षित बच गई। पूनम केरोसिन से भरा डिब्बा भी साथ लेकर गई थी। पुलिस ने उसे कोरोनेशन अस्पताल में भर्ती कराया था।
उन्होंने बताया कि बिहारीगढ़ के गणेशपुर में रहने वाली पूनम की बड़ी बहन देहरादून पहुंच गई हैं। चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के माध्यम से बच्ची उन्हीं को सौंपी गई है। पूनम की बड़ी बेटी पहले से उनके पास रह रही है। विवेचना के दौरान जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर अगली कार्रवाई की जाएगी।
नहीं हो पाए महिला के बयान
पुलिस क्षेत्राधिकारी नगर शेखर चंद सुयाल ने बताया कि गंभीर रूप से झुलसने के कारण पूनम के बयान दर्ज नहीं किए जा सके। घटना के बाद उससे पूछताछ करने की कोशिश की गई थी, लेकिन कुछ ही देर में वह अचेत हो गई।