कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह सरकार ने एक अहम फैसला लेते हुए फिलहाल स्कूल नहीं खोलने का निर्णय किया है। स्कूल शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों को बंद ही रखने का फैसला लिया है। शिक्षा विभाग की ओर से जारी एक आदेश के अनुसार, कोरोना महामारी के चलते प्रदेश के सभी सरकारी और निजी स्कूल 30 सितंबर तक बंद रहेंगे। गौरतलब है कि इससे पहले स्कूलों को 30 अगस्त तक बंद रखने का फैसला लिया गया था, जिसके बाद अब नया आदेश जारी किया गया है।
21 सितंबर से 50 फीसदी टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ के साथ खुलेंगे स्कूल
स्कूल शिक्षा विभाग के आदेशानुसार स्कूल में भले ही छात्र-छात्राएं को न बुलाने का फैसला लिया गया है, लेकिन 21 सितंबर से सभी सरकारी और निजी स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई और उससे जुड़े हुए दूसरे कार्य के लिए शिक्षक पहुंचेंगे। यानी 50 फीसदी टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ के साथ सरकारी और निजी स्कूल खुलने जा रहे हैं।
अभिभावकों की सहमति के बाद स्कूल जा सकेंगे 9वीं से 12वीं के स्टूडेंट्स
स्कूल शिक्षा विभाग ने गाइडलाइन जारी करते हुए कहा है कि 21 सितंबर से स्कूलों में 9वीं से 12वीं के छात्र समस्याओं के समाधान के लिए जा सकेंगे। उनकी स्पेशल क्लास भी ली जा सकेगी, लेकिन अभिभावकों की अनुमति लेकर ही 9वीं से 12वीं के छात्र कुछ घंटों के लिए स्कूल जा सकेंगे। अभिभावकों की लिखित सहमति के आधार पर शिक्षकों से मार्गदर्शन ले सकेंगे और ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान आ रही परेशानियों पर टीचर्स से बात कर सकेंगे।
स्कूल बंद रहने पर भी चलती रहेगी ऑनलाइन पढ़ाई
कोरोना संकट के चलते मार्च में लगे लाॅकडान के बाद से ही प्रदेश भर के सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद हैं। इस संकट काल में स्कूल बंद होने के बाद सभी छात्र-छात्राओं की ऑनलाइन क्लासेज जारी है। 30 सितंबर तक स्कूल बंद रहने के बाद भी पहली से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं की ऑनलाइन क्लासेज जारी रहेंगी। साथ ही 9वीं से 12वीं तक के छात्र पढ़ाई में आ रही परेशानी को लेकर अभिभावकों की लिखित अनुमति के बाद स्कूल जा सकेंगे।