लखनऊ। राजधानी लखनऊ के चारबाग स्थित रेलवे अस्पताल से अब तक करीब 400 कोरोना मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। यह अस्पताल अब कोरोना मरीजों की सबसे अधिक रिकवरी देने वाला चिकित्सालय बन गया है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक विश्व मोहिनी सिन्हा ने मंगलवार को बताया कि शासन की टीम द्वारा कोरोना मरीजों से भरवाए गए फीडबैक फॉर्म में चारबाग के मंडलीय रेल अस्पताल को सबसे अधिक रिकवरी देने वाला चिकित्सालय बताया गया है। फीडबैक फॉर्म में सफाई, उपचार, भोजन, प्रत्येक बेड पर ऑक्सीजन और अन्य जरूरी उपकरणों की उपलब्धता को परखा गया है। फीडबैक में चारबाग के कोविड-19 अस्पताल को अन्य रेलवे अस्पतालों की अपेक्षा अधिक नंबर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि उत्तर रेलवे के चारबाग अस्पताल से अब तक करीब 400 करोना मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। जबकि 03 मरीजों की उपचार के दौरान मौत भी हो चुकी हैं। इससे पहले चारबाग के कोविड-19 अस्पताल में एक महीने में 501 कोरोना मरीजों को भर्ती करने का रिकॉर्ड बनाया था। कोरोना मरीजों की बेहतर रिकवरी और अच्छे इलाज को देखते हुए उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने इस अस्पताल के मॉडल को मंडल के सभी अस्पतालों में लागू करने का निर्देश दिया है। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि चारबाग के मंडलीय अस्पताल को 16 जुलाई को कोरोना मरीजों के लिए कोविड केयर सेंटर बनाया गया था। इसमें एल-1 और एल-2 श्रेणी के 275 बेड की सुविधा शुरू की गई थी। उन्होंने बताया कि अस्पताल के साथ लखनऊ, फैजाबाद और भदोही स्टेशन पर आइसोलेशन कोच वाले रैक की तैनाती मॉडल को भी पूरे मंडल में अपनाने का निर्देश दिया गया है।