नई दिल्ली. इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच आज से लॉर्ड्स में खेला जाना है. इस मुकाबले में टीम इंडिया का फोकस जीत के साथ सीरीज में बराबरी करने का होगा. और, ऐसे में अजिंक्य रहाणे की भूमिका अहम हो जाती है, जो एजबेस्टन में खेले पहले टेस्ट में बेशक फ्लॉप रहे पर बात जब विदेशी दौरे पर सीरीज के दूसरे टेस्ट की आती है तो उनकी बल्लेबाजी का औसत देखने लायक होता है. दूसरे टेस्ट में शतक तो वो ऐसे बनाते हैं जैसे ये उनके बाएं हाथ का खेल हो. यही वजह है कि उन्हें विराट की टीम उइंडिया का ब्रैडमैन भी कहा जा रहा है.
दूसरे टेस्ट में बन जाता है ‘ब्रैडमैन’
विदेशी दौरों पर टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में रहाणे कैसे बन जाते हैं खतरनाक बल्लेबाज उसे जरा इन आंकड़ों से समझिए. रहाणे ने भारत से बाहर खेली टेस्ट सीरीज के पहले मैच की 15 पारियों में अब तक 379 रन बनाए हैं, सिर्फ 27.07 की औसत और 2 अर्धशतक के साथ. लेकिन, उनकी बल्लेबाजी का यही औसत दूसरी पारी में 92.67 की जबरदस्त औसत के साथ उन्हें विराट की टीम इंडिया का ब्रैडमैन बना देता है. विदेशों में दूसरे टेस्ट की 11 पारियों में रहाणे ने 834 रन बनाए हैं, 5 शतक और 3 अर्धशतक के साथ.
भारत से बाहर रहाणे (टेस्ट सीरीज में)
मैच पारी रन औसत 100/50
पहला टेस्ट 08 15 379 27.07 00/02
दूसरा टेस्ट 07 11 834 92.67 05/03
दूसरे टेस्ट में देता शतक की गारंटी!
अब जरा एक और आंकड़ा देखिए. रहाणे ने विदेश में खेले पिछले 3 टेस्ट सीरीज के हर दूसरे टेस्ट में शतक जड़ा. उन्होंने 2015 में खेले कोलंबो टेस्ट में 126 रन बनाए. 2016 के किंग्सटन टेस्ट में 108 रन बनाए जबकि 2017 में फिर से कोलंबो में 132 रन की पारी खेली.
दूसरे टेस्ट में रहाणे (पिछले 3 विदेशी दौरों पर)
साल बनाम शतक वेन्यू
2015 श्रीलंका 126 कोलंबो (PSS)
2016 वेस्टइंडीज 108 किंग्सटन
2017 श्रीलंका 132 कोलंबो (SSC)
लॉर्ड्स का शतकवीर
बता दें कि रहाणे मौजूदा टीम इंडिया के एकमात्र बल्लेबाज हैं जिनके नाम लॉर्ड्स में इंटरनेशनल शतक हैं. 2014 के इंग्लैंड दौरे पर रहाणे ने लॉर्ड्स में 114 रन बनाए थे और टीम इंडिया की जीत का बिगुल फूंका था. एक बार फिर से टीम इंडिया का काफिला जीत की तलाश में उसी मैदान पर है और रहाणे पर निगाहें जमीं हैं.