नई दिल्ली. एजबेस्टन की हार के बाद टीम इंडिया अब लॉर्ड्स में इंग्लैंड को मौका देने के मूड में नहीं है. यही वजह है कि वो पूरी तैयारियों के साथ मैदान पर उतरना चाह रहा है. और , इसी के लिए उसने अपने बेड़े में चेतेश्वर पुजारा को शामिल किया है. पुजारा को बेशक एजबेस्टन में ड्रॉप कर दिया गया लेकिन लॉर्ड्स में उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर रखने की टीम इंडिया सोच भी नहीं सकती. इसकी वजह हैं उनके रिकॉर्ड जो उन्हें बाकी भारतीय बल्लेबाजों के मुकाबले काफी आगे खड़े करते हैं.
विराट के बाद दूसरे बड़े ‘रनवीर’
पिछले 3 साल में पुजारा टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले विराट कोहली के बाद दूसरे भारतीय बल्लेबाज हैं. इस दौरान कोहली का औस अगर 60 से ज्यादा का रहा है तो पुजारा 50 से ज्यादा औसत के साथ दूसरे नंबर पर रहे हैं. लॉर्ड्स के मैदान पर पुजारा का औसत 35.50 का है जो कि विजय और रहाणे के बाद किसी भारतीय बल्लेबाज का तीसरा सबसे बेस्ट हैं.
स्विंग के खिलाफ 90.60 का औसत
अब जरा उस रिकॉर्ड पर नजर डालिए जो पुजारा को बाकी भारतीय बल्लेबाजों के मुकाबले 4 कदम आगे खड़ा करती है. भारतीय बल्लेबाजों को सबसे बड़ी परेशानी स्विंग को खेलने को लेकर हैं. लेकिन पुजारा को तो स्विंग गेंदबाजी से जैसे अफेयर हैं. स्विंग के खिलाफ 40 से ज्यादा का औसत रखने वाले पुजारा एकमात्र भारतीय बल्लेबाज हैं. हवा में मूवमेंट करती तेज गेंदबाजों की गेंदों पर पुजारा का बल्लेबाजी औसत 90.60 का है. पुजारा के बाद 39.60 की औसत के साथ विराट कोहली इस मामले में दूसरे नंबर पर हैं.
विराट की ही तरह कम खेलते हैं False Shot
पिछले 10 सालों में टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम फॉल्स खेलने वाले पुजारा विराट कोहली के बाद दुनिया के दूसरे बल्लेबाज हैं. विराट ने जहां 7 फीसदी शॉट पिछले 10 साल में फॉल्स खेले वहीं पुजारा का प्रतिशत इस मामले में 7.40 का रहा.