हमीरपुर में विकास का करीबी अमर दुबे एसटीएफ की मुठभेड़ में ढेर
लखनऊ : बिकरू गांव की घटना के बाद जब मुख्यमंत्री योगी शहीदों को श्रृद्धाजलि देने कानपुर गये थे तो उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा था, इस घटना के लिए जो भी जिम्मेदार है, उसे बख्शा नहीं जाएगा। शहीदों का यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। मुख्यएमंत्री के आदेश पर तत्काल शुरू हुई कार्रवाई तेजी से अपने अंजाम तक पहुँच रही है. उत्ततर प्रदेश पुलिस विकास दुबे गैंग का तेजी से सफाया करते हुए उसके खात्मेज के करीब पहुंच गई है। करीबियों की एक के बाद एक धर-पकड़ और एनकाउंटर के बाद गैंग का सरगना विकास अब अकेला पड़ चुका है और अब उसकी बारी है।
चौबेपुर थाना क्षेत्र में हुई जघन्ये वारदात में चौतरफा और त्व रित कार्रवाई के लिए पुलिस की करीब 100 टीमों के गठन और लापरवाही के लिए दोषियों पर की गई कड़ी कार्रवाइयों का ही असर है कि घटना के करीब 48 घंटे के भीतर ही पुलिस ने गैंग के आधा दर्जन से अधिक गुर्गों को दबोचते हुए विकास का दाहिना हाथ माने जाने वाले अमर दुबे को ढेर कर दिया है। इसके साथ ही अब विकास दुबे पर शिकंजा कस गया है। विकास की तलाश में मध्यज प्रदेश, उत्तरराखंड, दिल्लीक समेत यूपी की सीमा से सटे सभी राज्यों में लगातार पड़ताल और दबिश के बाद पुलिस को हरियाणा के सीमावर्ती जिले फरीदाबाद में विकास दुबे की मौजूदगी का सुराग मिले थे हालाँकि पुलिस के वहाँ पहुँचने से पहले ही विकास फरार हो गए लेकिन उसके साथी दबोच लिए गए।
फरीदाबाद में 3 करीबियों की गिरफ़्तारी के बाद विकास पर कसा शिकंजा
साथियों समेत विकास के फरीदाबाद के पास बड़खल स्थित एक होटल में छिपे होने की पुख्तार सूचना के आधार पर पुलिस ने घेरेबंदी कर बीती शाम ही विकास के तीन करीबियों को धर-दबोचा था । होटल से पुलिस ने कई हथियार भी बरामद किए हैं। बुधवार अहले सुबह उत्त र प्रदेश के हमीरपुर में एसटीएफ और हमीरपुर पुलिस की संयुक्तप कार्रवाई में विकास का करीबी अमर ढेर किया जा चूका है। पुलिस को विकास की पत्नीि ऋचा के भी चंदौली जिले में छिपे होने का सुराग मिला है। तकरीबन सारे करीबियों के पुलिस के हत्थे चढ़ने के बाद अकेला पड़ चुका विकास दुबे किसी भी वक्त पुलिस की गिरफ़्त में आ सकता है।
चौबेपुर थाने के आरोपी एसओ विनय तिवारी भी हुआ गिरफ़्तार
इधर, मामले में कार्रवाई करते हुए विकास के लिए मुखिबिरी करने के आरोप में निलंबित चौबेपुर थाने के आरोपी एसओ विनय तिवारी को भी गिरफ़्तार कर लिया गया है। साथ ही कानपुर में विकास के करीबी साथियों श्या मू वाजपेयी, संजीव दुबे और जहान यादव को भी गिरफ़्तार किया गया है। पुलिस ने विकास के घर के पास कुएं से कई हथियार भी बरामद किए हैं। विकास पर घोषित इनाम की राशि को भी ढाई लाख से बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दिया गया है। पुलिस अब तक विकास की करीब 26 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्ती कर चुकी है। अपराधियों पर नकेल कसने की कार्रवाई को और सख्ती करते हुए पुलिस 67 मामलों में कुल 88 व्यहक्तियों पर राष्ट्री य सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई कर रही है।
हर दिन एक अपराधी पुलिस के शिकंजे में
करीब तीन साल पहले उत्त र प्रदेश के मुख्य्मंत्री का पद संभालते ही योगी आदित्य नाथ ने स्परष्टक घोषणा की थी कि अपराधियों को या तो यूपी छोड़ना पड़ेगा या अपराध। अपराधियों को सीएम की इस सख्त चेतावनी के साथ ही उत्तअर प्रदेश पुलिस ने राज्यस भर में तमाम माफिया, डॉन और उनके गैंगों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया। इसी का नतीजा रहा कि बीते करीब तीन साल में पुलिस एनउंटर में 114 कुख्याेत अपराधियों को ढेर कर चुकी है। अपराधियों के खिलाफ यूपी के इतिहास में इतनी सख्त और मारक कार्रवाई पहले कभी नहीं की गई। गौरतलब है कि पुलिस द्वारा किए गए एनकाउंटरों में अगर करीब ढाई सौ हाफ एनकाउंटरों (मुठभेड़ में अपराधियों के घायल होने व पकड़े जाने) को भी जोड़ दिया जाए, तो पुलिस ने औसतन तकरीबन हर दिन एक कुख्यायत अपराधी को शिकंजे में लिया है।