जयंती के अवसर पर डा.मुखर्जी की प्रतिमा पर दी पुष्पांजलि
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सोमवार को यहां कहा कि भारतीय जनसंघ के संस्थापक रहे डा.श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जीवन दर्शन आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि डा.मुखर्जी के विचार आज भी प्रासंगिक हैं। उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य ने डा.श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर आज राजधानी लखनऊ में उनके नाम पर स्थापित सिविल अस्पताल पहुंचकर उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया। इसके बाद उनके चित्र पर माल्यार्पण करते हुए उन्हें नमन किया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी भारत माता के सच्चे सपूत थे। उनके जीवन दर्शन पर प्रकाश डालते हुए श्री मौर्य ने कहा कि वह सच्चे देशभक्त थे। देश के विकास के लिए उनका बहुत बड़ा योगदान रहा। साथ ही देश को एकता के सूत्र में पिरोने के लिए उन्होंने अदम्य साहस का परिचय दिया था।
केशव प्रसाद मौर्य ने अपने प्रेरक, ओजस्वी व अर्थपूर्ण सम्बोधन में डा0 मुखर्जी के जीवन दर्शन व उनके सुकृत्यों पर प्रकाश डाला और कहा कि उन्होंने देश को एकता के सूत्र में पिरोने का साहसिक कार्य किया। आगे कहा कि उनके विचार व आदर्श देश के लिए आज भी प्रेरणादायक हैं। राष्ट्र के उत्थान के लिए उनका सेवा भाव अनुकरणीय है। समतामूलक समाज की स्थापना व अखंड भारत की परिकल्पना के पोषक उनके विचार आत्मनिर्भर भारत बनाने में अनुकरणीय व सहायक हैं। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का नारा था कि ‘एक देश में दो विधान, दो निशान, दो प्रधान नहीं चलेंगे।’ उनका त्याग, समर्पण, संघर्ष और बलिदान देशवासियों को हमेशा प्रेरित करता रहेगा। राष्ट्रीय एकता व अखंडता के लिए दिये गये उनके सर्वोच्च बलिदान के लिए देश सदैव उनका कृतज्ञ व ऋणी रहेगा। श्री मौर्य ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर से धारा 370 व 35-ए हटाकर डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपनों को साकार किया गया है। उन्होंने कहा कि आज हम सभी देशवासी व प्रदेशवासी एकजुट होकर डा. मुखर्जी के आदर्शों पर चलकर राष्ट्र निर्माण के लिए पूरे मनोयोग से कार्य करें। यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।