लखनऊ : प्रतिवर्ष 11 जुलाई को विश्व जनसँख्या दिवस मनाया जाता है। इस सम्बन्ध में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन-उत्तर प्रदेश के मिशन निदेशक ने सभी जिलाधिकारियों एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र जारी कर आवश्यक निर्देश दिए हैं। पत्र के अनुसार, इस वर्ष विश्व जनसंख्या दिवस की थीम रखी गयी है, आपदा में भी परिवार नियोजन की तैयारी, सक्षम राष्ट्र और परिवार की पूरी जिम्मेदारी। इस थीम का मुख्य उद्देश्य है कोविड-19 महामारी में भी जनसंख्या स्थिरीकरण के लिए समाज को जागरूक करने के साथ- साथ परिवार नियोजन कार्यक्रम को गति प्रदान करना है। पखवाडा के दौरान जनसाधारण को संवेदीकृत किये जाने के लिए विभिन्न स्तरों पर व्यापक व सघन प्रचार-प्रसार किया जाना अपेक्षित है। पत्र के अनुसार, 11 से 31 जुलाई तक सेवा प्रदायगी जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा मनाया जायेगा। यदि संभव हो तो विश्व जनसंख्या दिवस पखवाड़े का शुभारम्भ स्थानीय लोकसभा या राज्य सभा सांसद, विधायक, एम्एलसी, जिला परिषद के सदस्य व अध्यक्ष, महापौर, अध्यक्ष व निगमों के सदस्य तथा अन्य निर्वाचित गणमान्य प्रतिनिधियों अथवा जिला अधिकारियों द्वारा कराया जाए। परिवार नियोजन पर व्यापक रूप से प्रचार प्रसार के लिए डिजिटल प्लेटफ़ार्म का भी उपयोग किया जाए। सामाजिक एवं व्यक्तिगत दूरी को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम का शुभारम्भ किया जायेगा।
इस दौरान आयोजित होने वाली गतिविधियां
परिवार नियोजन के विभिन्न स्थायी एवं अस्थायी साधनों (बास्केट ऑफ़ चॉइस) के बारे में लाभार्थियों को परामर्श दिया जाएगा। सार्वजानिक स्थानों एवं सभी स्वास्थ्य सुविधाओं पर परिवार नियोजन से सम्बंधित पोस्टर्स व बैनर लगाए जाएंगे एवं दीवार लेखन किया जायेगा। पखवाड़े के दौरान लाभार्थियों को गर्भ निरोधक इंजेक्शन अन्तरा तथा प्रसव पश्चात आईयू सीडी सेवाओं को स्वीकार करने के लिए विशेष रूप से प्रेरित किया जायेगा। सभी स्वास्थ्य सुविधाओं पर परिवार नियोजन के सभी साधन मुफ्त में उपलब्ध रहेंगे। समुदाय में इनका वितरण कन्टेनमेंट एवं बफर जोन को छोड़कर अन्य सभी जगह कोविड प्रोटोकॉल के साथ में किया जाए। जिला एवं ब्लाक स्वास्थ्य सुविधा इकाइयों पर लगे हुए कॉन्डोम बॉक्स को प्रतिदिन विसंक्रमित किया जाये। लाभार्थियों को बार-बार स्वास्थ्य केंद्र ना आना पड़े इसके लिए कम से कम 2 महीने के लिए कंडोम बॉक्सेस तथा ओरल गर्भनिरोधक गोली उन्हें उपलब्ध करायी जायेेगी।
नसबंदी के लिए पहले से ही लाभार्थियों का पंजीकरण किया जाये। ऐसी फंक्शनल स्वास्थ्य सुविधाएँ जहां, थिएटर ऑपरेशन (ओटी है) वहीँ पर कोरोना इन्फेक्शन से बचाव के प्रोटोकॉल के साथ नियत सेवा दिवस (एफ़डीएस) सम्पादित किया जायेगा। कोविड -19 महामारी में भारत सरकार द्वारा मातृ-शिशु स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य व् प्रजनन स्वास्थ्य को लेकर जारी दिशा निर्देशों के अनुसार 10 केस प्रति नियत सेवा दिवस पर निर्धारित किया जाये। इसके साथ ही 16 से 31 जुलाई के मध्य आयोजित दस्तक अभियान के दौरान आशाओं द्वारा गृह भ्रमण के माध्यम से परिवार नियोजन के अस्थायी साधन जैसे कंडोम, छाया एवं ओसीपी का वितरण सुनिश्चित किया जायेगा।