लखनऊ : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कानपुर के संवासिनी गृह में नाबालिग लड़कियों के गर्भवती तथा कोरोना व एड्स से संक्रमित होने को लेकर तत्काल जांच की मांग की है। अखिलेश यादव ने सोमवार को ट्वीट किया कि कानपुर के सरकारी बाल संरक्षण गृह से आई खबर से उप्र में आक्रोश फैल गया है। कुछ नाबालिग लड़कियों के गर्भवती होने का गंभीर खुलासा हुआ है। इनमें 57 कोरोना से व एक एड्स से भी ग्रसित पाई गयी है, इनका तत्काल इलाज हो। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही सरकार शारीरिक शोषण करनेवालों के खिलाफ तुरंत जांच बैठाए।
उधर कानपुर नगर के जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने दावा किया है कि युवतियां यहां लाए जाने से पहले ही गर्भवती थीं। उनकी उम्र निर्धारण के लिए भी जांच कराई जाएगी।एसएसपी दिनेश कुमार पी के मुताबिक 3 और 12 दिसम्बर 2019 में दोनों युवतियों को संवासिनी गृह में दाखिल कराया गया था। दोनों आगरा और कन्नौज में अपराध का शिकार हुई थीं। वहां पर दोनों के मामलों में एफआईआर भी दर्ज है। अधिकारी ने बताया कि वहां पर आरोपितों के खिलाफ क्या कानूनी कार्रवाई की गई, इसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। दोनों युवतियों को सीडब्ल्यूसी के सामने पेश किया गया था। उन्हीं के आदेश पर इन्हें संवासिनी गृह में दाखिल किया गया था। जिलाधिकारी ब्रह्मदेवराम तिवारी के मुताबिक राजकीय संरक्षण गृह में अब तक 57 संवासिनी संक्रमित पाई गई हैं। इस वक्त 07 गर्भवती हैं। इनमें से पांच की रिपोर्ट पॉजिटिव तथा दो की निगेटिव आई है। ये सभी आगरा, एटा, कन्नौज, फिरोजाबाद और कानपुर के बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के आदेश पर यहां भेजी गई हैं।