मुंबई में ऑटो रिक्शा चलाते थे चंद्रशेखर, कोरोना से हुई मौत
देवरिया : जिले के पोखरभिंडा विधानसभा पथरदेवा निवासी चंद्रशेखर कुशवाहा (उम्र 40 वर्ष) मुंबई में रहकर ऑटो रिक्शा चलाते थे जिससे उनके परिवार का जीविका पार्जन चलता था। करोना महामारी में लॉकडाउन के चलते मुंबई में फंस गये और घर नहीं आ पाये। दुर्भाग्य से वह कोरोना से संक्रमित हो गये। मुंबई के एक अस्पताल में इलाज के दौरान पहली जून को चंद्रशेखर कुशवाहा की मौत हो गई। मुंबई में ही उनका अंतिम संस्कार भी कर दिया। देवरिया में चन्द्रशेखर के मौत की सूचना मिलने पर पत्नी पूनम देवी पुत्र दुर्गेश (8 वर्ष मंगेश)(6 वर्ष) हरिकेश (1 वर्ष) पर मानो जैसे पहाड़ टूट गया। चंद्रशेखर घर का इकलौता कमाने वाले व्यक्ति रहे, ऐसे इस स्थिति में परिजन की आस टूट गई। पत्नी और बच्चे चन्देशेखर की राह निहारते रहे और उन्हें मृत शरीर भी देखने को नहीं मिला।
ऐसी दुःखद अवस्था में “राधे कृष्ण जन कल्याण ट्रस्ट” के अध्यक्ष अखिलेश सिंह कुशवाहा ने स्वर्गीय चन्द्रशेखर कुशवाहा की पत्नी बेवा पूनम देवी को आर्थिक मदद के रूप में चेक को दिया। इसके साथ ही पूरे परिवार के लिए कपड़े भी दिया और भविष्य में भी मदद करते रहने का आश्वासन भी दिया। दुःख की इस घड़ी में राम सुचित कुशवाहा, मुराद अहमद,विनोद भगत,पिंटू सरकार, अरविंद कुशवाहा, उपेन्द्र कुशवाहा, अमरजीत यादव, मुंन्ना कुशवाहा, जय प्रकाश कुशवाहा, राज केश्वर कुशवाहा, मुन्नी लाल कुशवाहा, राजू कुशवाहा, कमलेश कुशवाहा रऊफ अंसारी आदि उपस्थित रहे।