सीतापुर। कोरोना काल में आरएसएस के एक स्वयंसेवक ने गांधी जी की मूर्ति बनाकर एक मिसाल पेश की है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की ध्यान मुद्रा की यह मूर्ति लगभग 13 फिट ऊंची है और मात्र दो माह में ही 95 प्रतिशत बनकर तैयार हो चुकी है। सीतापुर में खैराबाद क्षेत्र में बनी यह मूर्ति लोगों के आकर्षण का केन्द्र बन रही है। कस्बे में बने एक इंटर कालेज के प्रांगण में बन रही बापू की यह मूर्ति दिल्ली में राज्यसभा के मुख्य द्वार पर लगी मूर्ति की एक प्रतिरूप दिखाई देती है। खैराबाद कस्बे में पंडित सूर्य दत्त आनन्दी सहगल इंटर कॉलेज के संस्थापक रामजी मिश्रा आरएसएस के स्वयंसेवक भी हैं।
उन्होंने बताया कि मेरे विद्यालय में कई महापुरुषों की मूर्तियां लगी हुई है। कोरोना आपदा काल में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के संयम व गरीबों की सेवा को ध्यान में रखकर मन में यह विचार आया कि क्यों ना गांधी जी की एक मूर्ति ही विद्यालय में स्थापित की जाए। रामजी मिश्रा बताते हैं कि इस मूर्ति को कोरोना के शहीदों और कोरोना वारियर्स के सम्मान में हमारे कॉलेज के कला अध्यापक राकेश तथा मैंने स्वयं मिलकर बनाई है। गांधी जी की 13 फिट ऊंची यह मूर्ति राज्यसभा के गेट पर लगी मूर्ति की एक प्रतिकृति दिखाई देती है। रामजी मिश्रा बताते हैं कि लॉक डाउन घोषित होने के बाद इसे बनाने की शुरुवात 30 मार्च से की गई थी, दो माह में लगभग 95 प्रतिशत तैयार हो गई है, शेष सप्ताह एक में पूरा कर मूर्ति को पूर्ण रूप दे दिया जाएगा।