पांचवें चरण में पहले दिन बांटा 81,438.163 मीट्रिक टन खाद्यान्न
लखनऊ। कोरोना संकट के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार ने लॉकडाउन के दो महीने में 29.66 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा राशन का वितरण कर पूरे देश में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। लॉकडाउन में जिस वक्त गरीब तबका इस बात को लेकर चितिंत था कि उसके भोजन की व्यवस्था कैसे होगी, उस वक्त मुख्यमंत्री योगी ने सरकारी गोदामों को जनता के लिए खोल दिया। पिछले दो महीने से 3.55 करोड़ लोगों को हर महीने दो बार राशन मुहैया कराया गया। इस लिहाज से अगर देखा जाए तो अब तक पांच चरणों में 17.77 करोड़ लोगों को चावल, चना और गेहूं वितरित किया गया है। मुख्यमंत्री योगी की मंशा के अनुरूप खाद्य एवं रसद विभाग प्रत्येक लाभार्थी को सही समय पर खाद्यान्न उपलब्ध करा रहा है। इसके तहत 1 जून से शुरू हुए पांचवें चरण के खाद्यान्न वितरण कार्यक्रम के पहले दिन 31 लाख 12 हजार 258 राशन कार्ड पर 81,438.163 मीट्रिक टन खाद्न्न वितरित किया गया। जिसमें 78325.905 मीट्रिक टन चावल और 3112.258 मीट्रिक टन चना था।
11 लाख से ज्यादा लोगों को दिया नि:शुल्क खाद्यान्न
इसके अलावा 11 लाख 34 हजार 942 राशन कार्डों पर 35,493.292 मीट्रिक टन नि:शुल्क खाद्यान्न वितरित किया गया। वहीं देश के अन्य राज्यों से वापस प्रवासी श्रमिकों में 1212 श्रमिकों को 16.696 मीट्रिक टन खाद्यान्न दिया गया। जिसमें 440 शहरी श्रमिकों 6.409 मीट्रिक टन, तो ग्रामीण क्षेत्र के 772 श्रमिकों को 10.287 मीट्रिक टन खाद्यान्न वितरित किया गया है। इन श्रमिकों को चावल, चना के साथ गेहूं भी दिया गया है। गौरतलब हो कि लॉकडाउन के दौरान प्रदेश सरकार अब तक चार चरणों में मानक के अनुसार खाद्यान्न वितरित कर चुकी है। अप्रैल में शुरू हुए प्रथम चरण के दौरान कुल 3 करोड़ 53 लाख 63 हजार 963 लोगों को 747,324.650 मीट्रिक टन खाद्यान्न बांटा गया। जिसमें 96 लाख 22 हजार 404 लोगों को 265,360.285 मीट्रिक टन खाद्यान्न नि:शुल्क वितरित किया गया था। वहीं द्वितीय चरण के तहत अप्रैल में ही शुरू हुए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 3 करोड़ 57 लाख 39 हजार 226 लोगों को 686,145.660 मीट्रिक टन चावल का वितरण किया गया। जिसमें 3 करोड़ 32 लाख 43 हजार 846 लोगों को 686,145.660 मीट्रिक टन नि:शुल्क चावल बांटा गया है।
तीसरे चरण में साढ़े 3 करोड़ से ज्यादा लोगों को बांटा राशन
मई 2020 में शुरू हुए तीसरे चरण के खाद्यान्न वितरण कार्यक्रम के तहत 3 करोड़ 53 लाख 19 हजार 530 लोगों को 756,626.490 मीट्रिक टन खाद्यान्न वितरित किया गया। वहीं 95 लाख 17 हजार 698 लोगों को 264,372.405 मीट्रिक टन नि:शुल्क खाद्न्न वितरित किया गया। इसी माह में चौथे चरण के तहत शुरू हुए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 3 करोड़ 55 लाख 43 हजार 683 लोगों को 694,468.060 मीट्रिक टन खाद्यान्न वितरित किया गया। जिसमें 3 करोड़ 34 लाख 85 हजार 84 लोगों को 694,468.060 मीट्रिक टन नि:शुल्क खाद्यान्न वितरित किया गया था। मालूम हो कि लॉकडाउन के पहले चरण से ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ श्रमिकों, दिहाड़ी मजदूरों, पटरी, खोमचा व ठेला लगाने वालों को लेकर चिंतित थे। यही वह तबका है, जो लॉकडाउन से सर्वाधिक प्रभावित था। लिहाजा मुख्यमंत्री ने इस तबके की सबसे पहले फिक्र की। उन्होंने अपनी कई बैठकों में अधिकारियों को निर्देश दिया कि सबको राशन या भोजन उपलब्ध हो, जो कार्ड धारक नहीं थे उन्हें भी राशन देना अनिवार्य किया। पारदर्शी व्यवस्था के लिए कोटे की हर दुकान के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया। नतीजा एक और रिकॉर्ड के रूप सबके सामने है।