प्रदेश के सभी अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाएं और ऑपरेशन तत्काल शुरू हों -योगी

30 मई तक बेड की संख्या एक लाख करने के निर्देश

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जनपदों में मेडिकल संक्रमण से बचाव के उपाय करते हुए इमरजेंसी सेवाओं तथा आवश्यक ऑपरेशन की कार्यवाही तत्काल प्रारम्भ करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी सेवाओं तथा आवश्यक ऑपरेशन सेवा के बढ़ने से गरीब और जरूरतमन्द लोगों को मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को लोक भवन में एक उच्च स्तरीय बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री तथा स्वास्थ्य मंत्री द्वारा पिछले दो दिनों में अलग-अलग चिकित्सा संस्थानों के निरीक्षण की सराहना करते हुए कहा कि यह कार्य जनपदों में भी तेजी से आगे बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि सभी कोविड अस्पतालों में डाॅक्टर नियमित राउण्ड लें। चिकित्सालयों में साफ-सफाई की अच्छी व्यवस्था के साथ-साथ बायो-मेडिकल वेस्ट के निस्तारण के समुचित प्रबन्ध किए जाएं। मेडिकल इंफेक्शन से चिकित्साकर्मियों को सुरक्षित रखने के लिए डाॅक्टरों, पैरामेडिकल एवं नर्सिंग स्टाफ तथा एम्बुलेंस के चालकों का नियमित प्रशिक्षण किया जाए।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी जनपदों में पीपीई किट, एन-95 मास्क, थ्री-लेयर मास्क, ग्लव्स तथा सेनिटाइजर जैसी मेडिकल सुरक्षा सामग्री की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। चिकित्सालयों में ऑक्सीजन की सुचारु उपलब्धता के सभी इंतजाम किए जाएं। उन्होंने कोविड चिकित्सालयों में बेड की संख्या को 30 मई तक बढ़ाकर एक लाख बेड किए जाने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश वापस आने वाले कामगारों, श्रमिकों की एकांतवास केन्द्र (क्वारंटाइन सेन्टर) में स्क्रीनिंग की जाए। एकांतवास केन्द्र पर स्किल मैपिंग कार्य को जारी रखते हुए कामगारों का दक्षता सम्बन्धी सम्पूर्ण विवरण संकलित किया जाए। सामुदायिक रसोई (कम्युनिटी किचन) के माध्यम से कामगारों सहित समस्त जरूरतमंदों के लिए पर्याप्त एवं गुणवत्तापूर्ण भोजन के प्रबन्ध जारी रखे जाएं। स्क्रीनिंग में स्वस्थ पाए गए कामगारों, श्रमिकों को खाद्यान्न किट उपलब्ध कराते हुए घरेलू एकांतवास (होम क्वारंटाइन) के लिए घर भेजा जाए। उन्होंने कहा कि घरेलू एकांतवास की अवधि में इन्हें 01 हजार रुपये का भरण-पोषण भत्ता प्रदान किया जाए। उन्होंने जिलाधिकारियों को एकांतवास केन्द्र तथा सामुदायिक रसोई की साफ-सफाई, सुरक्षा तथा अन्य व्यवस्थाओं का सतत् निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जोखिम क्षेत्र (कंटेनमेंट जोन) में घर-घर आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति व्यवस्था को सुचारु ढंग से संचालित किया जाए। शारीरिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) का पूर्ण पालन कराया जाए। पुलिस द्वारा सघन एवं नियमित पेट्रोलिंग करते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी भीड़ एकत्र न होने पाए। उन्होंने कहा कि आगामी 01 जून, 2020 से प्रारम्भ होने वाले खाद्यान्न वितरण अभियान की सभी व्यवस्थाएं समय से पूरी कर ली जाएं। जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, उनके राशन कार्ड प्राथमिकता पर बनाएं जाएं। हर हाल में यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रत्येक जरूरतमंद परिवार को खाद्यान्न उपलब्ध हो जाए। उन्होंने सुचारु खाद्यान्न वितरण के लिए नोडल अधिकारियों को निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बरसात के मौसम में मनरेगा के तहत कराये जा सकने वाले कार्याें को चिह्नित करते हुए एक कार्ययोजना बनायी जाए, जिससे कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराने में सुविधा हो। उन्होंने टिड्डी दल के प्रकोप के दृष्टिगत पूरी सतर्कता बरतते हुए बचाव के लिए सभी आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने व्यापक जनहित को ध्यान में रखते हुए तेजी से निर्णय करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि त्वरित निर्णय करने से आमजन का मनोबल बढ़ता है तथा निवेशक प्रदेश के विकास में भागीदारी निभाने के लिए प्रोत्साहित होते हैं। इससे व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने में मदद भी मिलती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी स्वदेशी उत्पादों के प्रसार के लिए प्रतिबद्ध हैं। स्वदेशी वस्तुओं को प्रोत्साहित करके भारत को आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। इसे ध्यान में रखते हुए हमें एमएसएमई सेक्टर को बढ़ावा देना होगा। इस सेक्टर द्वारा तैयार किए गए उत्पाद सस्ते होते हैं। साथ ही, एमएसएमई सेक्टर में कामगारों के लिए रोजगार की भी काफी सम्भावनाएं हैं।

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