खादी एवं ग्रामोद्योग के माध्यम से 145528 लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने का लक्ष्य
-राघवेन्द्र प्रताप सिंह
लखनऊ : खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा राज्य में स्वरोजगार के व्यापक अवसर सृजित करने तथा बेरोजगारों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए ग्रामीण विकास की विभिन्न योजनाओं पर विशेष बल दिया गया है, इससे प्रवासी कामगारों सहित बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। इस दिशा में बोर्ड द्वारा 12 योजनाओं एवं कार्यक्रमों को प्रमुखता से संचालित करने की रूप रेखा तय करते हुए इसके प्रभावी क्रियान्वयन हेतु समय सारिणी भी निर्धारित की गई है। प्रमुख सचिव, खादी एवं ग्रामोद्योग डा0 नवनीत सहगल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि निर्धारित समय सारिणी के तहत आगामी 01 से 07 माह की अवधि में विभिन्न योजनाओं के तहत 145528 लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री माटी कला कार्यक्रम को और प्रभावी बनाने की व्यवस्था की गई है। राज्य के 09 मण्डलों में 2700 माइक्रो माटीकला काॅमन फैसेलिटी सेंटर स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है, इन केन्द्रों के संचालन के उपरांत 10500 लोगों को रोजगार के अवसर सुलभ हो सकेंगे।
डा0 सहगल ने बताया कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के तहत 2572 इकाइयों की स्थापना से 20576 लोगों को रोजगार से जोड़ा जायेगा। मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना के अन्तर्गत 800 इकाइयों की स्थापना का लक्ष्य है, जिसमें 16000 लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। इसी प्रकार सोलर चर्खा वितरण और प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत 1000 व्यक्तियों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि पं दीन दयाल उपाध्याय खादी विपणन सहायता कार्यक्रम के माध्यम से 50 हजार लोगों को रोजगार के अवसर सुलभ कराये जायेंगे। प्रमुख सचिव के अनुसार टूलकिट योजना के तहत स्वरोजगार स्थापित करने के इच्छुक 1200 लोगों को टूलकिट देने के साथ ही उन्हें प्रशिक्षण भी प्रदान किया जायेगा। प्रदेश में 300 लाभार्थियों को हनी मिशन के तहत प्रशिक्षण देने का प्राविधान किया गया है। प्रदेश में संचालित कंबल कारखानों की क्षमता में वृद्धि कराते 300 अतिरिक्त लोगों को रोजगार के अवसर दिये जायेंगें।
जनपद जालौन के कालपी में हाथ कागज केन्द्र का संचालन आगामी जून माह से प्रारम्भ करने की सभी औपचारिकताएं पूर्ण की जा चुकी हैं, इस केन्द्र के संचालन से बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 3075 नवयुवकों/महिलाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए खादी उत्पादन केन्द्रों का सुदृढ़ीकरण किया जा रहा है। साथ ही अन्य विभिन्न ट्रेडों में प्रशिक्षण देकर 42497 लोगों को स्वरोजगार से जोड़ा जायेगा।