मेरठ : दुनियाभर में इस समय कोरोना वायरस का खौफ हावी है। मेरठ में तीन लोगों में कोराना का लक्षण मिलने से हड़कंप मचा हुआ है। तीनों लोगों के सैंपल जांच के लिए दिल्ली लैब भेजे गए हैं। कोरोना के डर से कई काॅलेज में बायोमीट्रिक उपस्थित की बजाए रजिस्टर में हाजिरी लगाने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन ने भी अपना होली मिलन कार्यक्रम रद्द कर दिया है। स्कूलों ने भी बच्चों के लिए सावधानी बरतने की हिदायत दी है। इटली और ईरान के कोरोना पाॅजिटिव लोगों के संपर्क में रहे मेरठ की एक महिला समेत तीन लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण उभर आए हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग ने आनन-फानन में तीनों के सैंपल लेकर जांच के लिए दिल्ली की लैब भेजे गए हैं। स्वास्थ्य विभाग चीन से आए 60 लोगों की अब तक माॅनीटरिंग कर चुका है। इनमें से 12 लोगों को अभी भी सर्विलांस पर रखा गया है। सीएमओ डाॅ. राजकुमार का कहना है कि कोरोना से लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। केवल सावधानी बरतने से ही इससे बचा जा सकता है। जिले में डीएम की अध्यक्षता में 12 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है।
कई काॅलेजों में बायोमीट्रिक मशीन पर रोक
कोरोना वायरस के डर से लोग हाथ मिलाने से तो बच ही रहे हैं, अब काॅलेज में भी बायोमीट्रिक मशीन से उपस्थिति पर रोक लगा दी गई है। शिक्षकों व कर्मचारियों से रजिस्टर में हाजिरी दर्ज कराई जा रही है। दिल्ली-परतापुर बाईपास पर स्थित एमआईईटी काॅलेज में बायोमीट्रिक अटेंडेंस मशीन हटा दी गई है। इसी तरह से बागपत रोड स्थित विद्या नाॅलेज पार्क एजूकेशन ग्रुप में बायोमीट्रिक मशीन बंद करके रजिस्टर में उपस्थिति दर्ज कराई जा रही है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविद, पीएम मोदी, मुख्यमंत्री योगी के होली कार्यक्रमों से अलग रहने की घोषणा के बाद जिलों में भी इसका असर दिखाई दे रहा है। मेरठ में जिलाधिकारी अनिल ढींगरा ने सात मार्च को आयोजित होने वाला होली मिलन समारोह रद्द कर दिया गया है। इसी तरह से सामाजिक संगठन भी होली समूह में नहीं खेलने की जागरूकता फैलाने में लगे हैं।