कहा, कार्यालय में घुसने का कृत्य किसी नक्सली गिरोह जैसा
दीपक सिंह ने कहा कि ऐसा लग रहा था यह कृत्य किसी पार्टी का नहीं किसी नक्सली गैंग का हो तथा मौजूद लोगों पर मारपीट करने पर आमादा थे। वहां उपस्थित पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बना देखता रहा जबकि काग्रेस पार्टी द्वारा जिला प्रशासन को एक दिन पहले भी सूचित किया गया था। इन लोगों को जहां से अराजकता फैलाने का संदेश मिला था, उन्हें नहीं पसंद कि छुट्टा जानवरों से मुक्ति दिलाने, किसानों की फसल बीमा का लाभ दिलाने, किसानों के बढ़े बिजली के बिल माफ करवाने आदि जैसे किसान हितकारी मुद्दों को उठाया या चर्चा की जाए। इन सबके चलते आज प्रमुख सचिव गृह विभाग से मिलकर उपद्रवी तत्वों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने कठोर करवाई व मूकदर्शक बने पुलिस प्रशासन की जवाबदेही सुनिश्चित करने व उनके विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की, जिससे प्रदेश में नक्सलवाद जैसे नहीं संविधान के अनुरूप कानून का राज्य स्थापित हो सके।