नई दिल्ली : कोरोना वायरस का डर लोगों में इस तरह बैठ गया है कि लोग एक दूसरे से हाथ मिलाने से भी कतरा रहे हैं। ऐसा ही कुछ जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल के साथ हुआ जब उनके ही एक मंत्री ने हाथ बढ़ाने पर भी उनसे हाथ नहीं मिलाया। एक बैठक में मर्केल के मंत्री हॉर्स्ट सी होफर ने उनसे हाथ नहीं मिलाया। बता दें कि जर्मनी में कोरोना वायरस से मरने वालों का संख्या 150 पहुंच गई है। चीन के हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान से शुरू हुये जानलेवा कोरोना वायरस की चपेट में आकर विश्व के 65 देशों में अब तक 3100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है जबकि करीब 89000 लोग इस वायरस से संक्रमित हैं। कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है लेकिन अभी भी इससे सबसे अधिक प्रभावित चीन के लोग ही हैं। इस वायरस को लेकर तैयार की गयी एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन में हुई मौत के 80 प्रतिशत मामले 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों से जुड़े थे।
डब्ल्यूएचओ एवं चीन की ओर से संयुक्त रूप से तैयार किये गये एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक इस वायरस से वृद्ध लोगों की अपेक्षा युवा पीढ़ी के लोग कम संख्या में संक्रमित हुए हैं। रिपोर्ट के अनुसार केवल 2.4 प्रतिशत मामलों से 18 वर्ष या उससे कम आयु के लोग संक्रमित थे। सत्तर या उससे अधिक उम्र के लोगों में मृत्यु दर आठ प्रतिशत है जबकि 80 या उससे अधिक उम्र के लोगों में यह दर 14.8 फीसदी है। घातक कोरोना वायरस के प्रकोप पर चिंता व्यक्त करते हुए संयुक्त राष्ट्र ने संक्रमण को रोकने के लिए एक करोड़ 50 लाख अमेरिकी डॉलर की सहायता की पेशकश की है। इस निधि का इस्तेमाल विशेष रूप से कमजोर स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली वाले कमजोर देशों में किया जाएगा।