इंडियन जॉर्नलिस्ट यूनियन मीट में डॉ जगदीश गांधी ने की अपील
लखनऊ : सिटी मांटेसरी स्कूल, कानपुर रोड में आयोजित इंडियन जॉर्नलिस्ट यूनियन मीट के दौरान सीएमएस संस्थापक डॉ जगदीश गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी तथा राष्ट्रपति ट्रम्प से वल्र्ड पार्लियामेंट बनाने की अपील की है। डॉ गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी एवं राष्ट्रपति ट्रम्प विश्व के 7.5 अरब लोगों (जिसमें 2.5 अरब बच्चे भी शामिल हैं) और आगे आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए विश्व संसद के गठन पर परामर्श करें। मानवजाति का भविष्य दूसरे विश्व युद्ध के बाद से पिछले सात दशकों के दौरान अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन, हथियारों के जखीरों के बढ़ने, सामूहिक विनाश, एक तीसरे विश्व युद्ध और एक परमाणु प्रलय के डर के कारण और भी अधिक असुरक्षित हो गया है।
डॉ जगदीश गाँधी ने कहा कि जैसे कि विश्व संसद को यूरोपीय संसद की तरह बनाना चाहिए, जो कि 27 यूरोपीय राष्ट्रों का एक संगठन है। और यह संगठन इन यूरोपीय राष्ट्रों की एकता, शांति और समृद्धि के साझा लक्ष्य के लिए काम कर रहा है, और जहां किसी भी देश को अपनी संप्रभुता नहीं छोड़नी है। अतः डॉ जगदीश गाँधी ने पी.एम. मोदी तथा प्रेसीडेंट ट्रम्प से यह अपील की है कि वे एक ग्लोबल मीटिंग बुलाकर के एक विश्व संसद का निर्माण करें। डॉ गाँधी ने कहा कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न अटल बिहारी बाजपेई जी भी स्वयं चाहते थे और उन्होंने कहा था कि “हम जंग न होने देंगें! हम विश्व शांति के साधक है, जंग न होने देंगें!” भारत के प्रधानमंत्री मोदी का अपने देश की प्राचीन संस्कृति और सभ्यता ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ और भारत के संविधान, अनुच्छेद (51) में अटूट विश्वास हैं। भारत के संविधान ‘अनुच्छेद 51’ में विश्व शांति का प्राविधान किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी जी ने अनेकों बार विश्व शांति एवं विश्व एकता के बारे में कहा गया है। पी.एम. मोदी ने हाल ही में ट्वीट कियाः भारत और अमरीका के बीच मजबूत दोस्ती न केवल हमारे नागरिकों के लिए बल्कि पूरे विश्व ने नागरिकों के लिए बेहतर साबित होगी।
डॉ जगदीश गांधी ने राष्ट्रपति ट्रम्प को उक्त किये गए वादों को भी याद दिलाते हुए कहा है कि “आपने जो अमेरिकीय नागरिकों व परमपूज्य पोप से वादा किया है उसे पूरा करने का समय आ गया है।” यह तभी संभव होगा जब भारत और संयुक्त राष्ट्र अमेरिका मिलकर इस पर पहल करें। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प दोनों ने ही विश्व एकता और विश्व शांति लाने का वादा किया है। यह दुनियाँ के दो सबसे बड़े लोक तंत्रों के लिए एक उपयुक्त समय है, जो संसार में मानवता की भलाई के लिए एक साथ आये हैं और यूरोपीय संसद जो की 27 संप्रभु यूरोपीय राष्ट्रों का सहयोग है, जहां किसी भी राष्ट्र को अपनी संप्रभुता को छोड़ने की आवश्यकता नहीं है। और प्रत्येक राष्ट्र एक साझा सपने जो और साझा उद्देश्य के लिए तथा यूरोपीय एकता, शांति और समृद्धि के साझा लक्ष्य के लिए काम करता है। इसी तरह से विश्व संसद की स्थापना करके विश्व एकता और विश्व शांति स्थापित करने का समय आ गया है।