हुसैन अमीन का पत्रकारिता में योगदान हमेशा रहेगा याद
लखनऊ : उर्दू के वरिष्ठ पत्रकार हुसैन अमीन को शनिवार को यूपी प्रेस क्लब में आयोजित शोकसभा में पत्रकारों ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उनके तमाम साथियों ने कहा कि स्वर्गीय हुसैन अमीन को सरकारी मान्यता से अधिक अपनी कलम पर विश्वास था। इसलिए उन्होंने 40 वर्षों से अधिक समय तक पूर्णकालिक पत्रकार रहने के बावजूद अवकाश ग्रहण करने के बाद सरकारी मान्यता नहीं ली। हुसैन अमीन ने करीब 40 वर्षों तक दैनिक कौमी आवाज में काम करने के अलावा देश के प्राय: प्रमुख उर्दू अखबारों के लिए भी कार्य किया। वह यूपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन लखनऊ इकाई के कार्यकारिणी के पूर्व सदस्य भी थे। वक्ताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनकी अल्पसंख्यक और अन्य सामाजिक क्षेत्रों पर अच्छी पकड़ थीं। नदवा कॉलेज में पत्रकारिता का पाठ्यक्रम शुरू करवाने में स्वर्गीय हुसैन अमीन का विशेष योगदान रहा।
स्वर्गीय हुसैन अमीन को श्रद्धासुमन अर्पित करने वालों में वरिष्ठ पत्रकार अतुल चंद्रा, रतनमणि लाल, अफ़रोज़ रिज़वी, अहमद इब्राहिम अल्वी, उबैद उल्लाह नासिर, रामदत्त त्रिपाठी, अजीज़ सिद्दीकी, यूपी प्रेस क्लब के अध्यक्ष रविंद्र सिंह, यूपी श्रमजीवी पत्रकार संघ के अध्यक्ष हसीब सिद्दीकी, लखनऊ मंडल के अध्यक्ष शिवशरण सिंह, महामंत्री के विश्वदेव राव, विनीता रानी बिन्नी, डॉक्टर इश्तियाक, मो0 शादाब, अर्चना गुप्ता, मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के कार्यकारिणी सदस्य सुरेश यादव, अनिल सैनी, आशीष वर्मा, हिमांशु सिंह चौहान, रेनू निगम, सुनील दिवाकर, राघवेंद्र प्रताप सिंह, राम सिंह तोमर, जितेंद्र सिंह यादव, देवेश पांडे, रविन्द्र शर्मा, आदित्य सिंह विशेन, अनिल कुमार सिंह, सुजीत द्विवेदी, हुसैन अमीन के करीबी कुद्दूस हाशमी, शाहाना, यूपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के मीडिया प्रभारी नितिन श्रीवास्तव आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।