नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को गुजरात के गांधीनगर में प्रवासी जीवों के संरक्षण को लेकर आयोजित सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस दौरान अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भारत दुनिया भर से प्रवासी पक्षियों की लगभग 500 प्रजातियों का घर है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत संरक्षण, स्थायी जीवन शैली और हरित विकास मॉडल के मूल्यों के आधार पर क्लाइमेट एक्शन का चैंपियन रहा है। उन्होंने कहा, ‘महात्मा गांधी से प्रेरित अहिंसा और जानवरों व प्रकृति के संरक्षण का लोकाचार भारत के संविधान में निर्दिष्ट है।’
मोदी ने भारत को विविध पारिस्थितिक आवासों से समृद्ध और 4 जैव-विविधता वाले हॉटस्पॉट वाला देश बताते हुए कहा, ‘दुनिया के 2.4 प्रतिशत भूमि क्षेत्र के साथ भारत दुनिया के ज्ञात जैव-विविधता के लगभग आठ प्रतिशत का योगदान देता है। इनमें पूर्वी हिमालय, पश्चिमी घाट, भारत-म्यांमार परिदृश्य और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह मौजूद हैं।’ इस दौरान मोदी ने कहा कि हम पारंपरिक रूप से “अतिथि देवो भव” को मानते हैं, जो सीएमएस सीओपी-13 का थीम स्लोगन भी है।