जम्मू कश्मीर को विशेष शक्तियां देने वाली अनुच्छेद 35-ए में किसी तरह के बदलाव के खिलाफ अलगाववादियों के बंद को देखते हुए प्रशासन ने रविवार को अमरनाथ यात्रा दो दिन के लिए रद्द करने का फैसला किया है. पुलिस के अनुसार, यहां भगवती नगर यात्री निवास से किसी तीर्थयात्री को आगे जाने नहीं दिया गया.
वहीं उधमपुर और रामबन में विशेष जांच चौकियां स्थापित की गई है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि तीर्थयात्रियों का जत्था जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर नहीं पहुंचे जो इन दोनों जिलों से गुजरता है. हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि घाटी में बालटाल और पहलगाम आधार शिविरों में मौजूद यात्री यात्रा को जारी रखेंगे.
28 जून को सालाना अमरनाथ की धार्मिक यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 2.71 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पवित्र गुफा में स्थित शिवलिंग के दर्शन कर चुके हैं. इस यात्रा का समापन 26 अगस्त को होगा, उस दिन श्रावण पूर्णिमा भी हैं.
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 35A को रद्द करने की मांग पर सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को सुनवाई होनी है. इसे देखते हुए अलगाववादियों ने यहां रविवार और सोमवार को बंद का आह्वान किया है. राष्ट्रपति के आदेश के बाद 14 मई 1954 को अनुच्छेद 35A प्रकाश में आया था. इस धारा के अंतर्गत जम्मू-कश्मीर विधानसभा को राज्य के ‘स्थायी नागरिकों’ को परिभाषित करने और उन्हें विशेष अधिकार देने की शक्ति देता है. वहीं राज्य की सियासी पार्टियों का कहना है कि अगर अनुच्छेद को रद्द कर दिया जाता है तो बाहरी लोगों के आने से क्षेत्र को ही सबसे ज्यादा दिक्कत होगी.