कोलकाता : बर्दवान विस्फोट के मामले में एनआईए की हिरासत में आतंकी अबू मूसा ने मंगलवार को कोलकाता के बैंकशाल कोर्ट में सुनवाई के दौरान जज पर जूता फेंक दिया। 2017 में गिरफ्तार यह आतंकी कोर्ट में अपना पक्ष रखने के लिए दबाव बना रहा था। उसी समय मूसा उग्र हो गया और उसने जज प्रसेनजीत विश्वास की तरफ अपना जूता उछाल दिया। हालांकि फेंका गया जूता न्यायाधीश तक नहीं पहुंचा और अदालत में मौजूद एक वकील को जा लगा। घटना के बाद एएनआई ने मुकदमे की सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए करवाने के लिए याचिका दायर की है। एनआईए सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को जिला दायरा अदालत में जब बर्दवान ब्लास्ट मामले की सुनवाई चल रही थी तब आतंकी मूसा हंगामा करने की कोशिश करने लगा। उसने जज से कहा कि आपका अधिकार मेरे मामले की सुनवाई करने का नहीं है।
उसके तुरंत बाद उसने अपना जूता निकाला और जज की ओर उछाल दिया। इसके पहले वह प्रेसीडेंसी जेल में दूसरे कैदियों पर हमला कर चुका है। दरअसल 2 अक्टूबर, 2013 को बर्दवान के खागड़ागढ़ में हुए ब्लास्ट के बाद वह फरार हो गया था। 2017 के जुलाई महीने में एनआईए ने उसे गिरफ्तार किया। कुछ समय तक वह सीआईडी की हिरासत में रहा। बाद में एनआईए ने उसे अपनी हिरासत में ले लिया। उसे पहले अलीपुर सेंट्रल जेल में रखा गया था लेकिन बाद में उसे प्रेसिडेंसी जेल में शिफ्ट कर दिया गया। कुछ दिन पहले ही उसने जेल के वार्डन पर पाइप से हमला कर दिया था। अब जज पर जूता फेंकने को लेकर कोर्ट ने उसके खिलाफ एक और मामला दर्ज करने का निर्देश दिया है।