कभी दुल्हन सजाने, कभी सांड पकड़ने तो कभी गंगा दल को खाना खिलाने का दे रहे आदेश, हो रही सरकार की किरकिरी
– शिवबचन मौर्या
लखनऊ : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की किरकिरी और फजीहत कराने में अफसर जुटे हैं। सरकार के काम काज को जमीन पर बेहतर ढंग से उतारने की जिम्मेदारी अफसरों की है पर इसके विपरित उनके अटपटे बयान चर्चा का विषय हैं। हाल में ही अफसरों के तीन ऐसे आदेश आए, जिसके कारण सरकार की जमकर फजीहत हुई। सोशल मीडिया पर अफसरों के आदेशों की खिल्लियां उड़ीं तो शासन ने इसका संज्ञान लिया, जिसके बाद आदेश को रद्द किया गया। दरअसल, इसी 28 जनवरी को यूपी के सिद्धार्थनगर में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसमें शिक्षा विभाग ने प्राइमरी स्कूलों की शिक्षिकाओं को दुल्हनों को तैयार करने का अजीबो-गरीब फरमान जारी किया था। इसके लिए उनके नाम भी जारी कर दिए गए थे। हालांकि, इस आदेश के बाद विपक्ष सरकार पर हमलावर हुआ तो शासन ने इसका संज्ञान लिया, जिसके बाद इस आदेश को रद्द कर दिया गया। साथ ही शिक्षा अधिकारी को निलंबित कर दिया गया।
अफसरों का ऐसा ही एक कारनामा मिर्जापुर में सामने आया, जहां पीडब्ल्यूडी इंजीनियर्स को आवारा गायों और सांडों को पकड़ने की जिम्मेदारी सौंपी गई। हालांकि, फजीहत के बाद जिलाधिकारी ने फरमान को वापस ले लिया। अभी अफसरों के यह कारनामें चर्चा का विषय बने थे तभी हरदोई के शिक्षा अधिकारी ने एक फरमान जारी करके सरकार के लिए मुसीबत खड़ी कर दी। दरअसल, हरदोई के शिक्षा अधिकारी ने एक आदेश जारी किया जिसमें कहा गया था कि गंगा यात्रा के आयोजन में गंगा किनारे स्थित ग्राम पंचायतों में गंगा दल रात्रि प्रवास करेगा। गंगा दल के ठहरने, नाश्ते व खाने आदि की व्यवस्था दस प्राथमिक विद्यालय के अध्यापकों और रसोईयों को दी गयी।
बड़बोलों और झूठों की सरकार : दीपक सिंह
कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता दीपक सिंह का कहना है कि बड़बोलों और झूठों की सरकार है। जब इन्हें काम करना नहीं आता तो अपनी मूर्खतापूर्ण बयान से जनता का ध्यान भटकाने के लिए इस तरह की बयानबाजी करते हैं। कभी तुगलक जैसे काम करते हैं तो कभी मूर्खों जैसी बातें करते हैं। अगर इनमें काम करने की शक्ति होती तो अपने घोषणा पत्र में कही गईं बातों और यूपी में बढ़ती बेरोजगारी, किसानों की समस्या पर ध्यान देते। ऐसे में इनको अपनी बयानबाजी बंद करनी चाहिए। जब मुख्यमंत्री ऐसे बयान देते हैं तो इनके नेता भी इस तरह की बयानबाजी करते हैं।
जिम्मेदारी से भाग रहे मंत्री-अफसर : राजेंद्र चौधरी
सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी का कहना है कि संविधान के तहत मंत्री और अफसर काम नहीं कर रहे हैं। इस तरह के अनावश्यक काम वही कर रहे हैं, जो जिम्मेदारी है उसे नहीं निभा रहे हैं। जनता का भी समय बर्बाद कर रहे हैं और यह छठा वर्ष केंद्र व तीसरा वर्ष राज्य की सरकार का पूरा हो गया है, जिसकी कीमत जनता को चुकानी पड़ रही है, जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।