नई दिल्ली : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस को उनकी 132वीं जयंती पर नमन किया। प्रधानमंत्री ने आजादी के नायक का स्मरण करते हुए नेताजी के पिता की डायरी में दर्ज संदेश को भी साझा किया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में नेताजी के चित्र के सामने पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया। राष्ट्रपति ने ट्वीट संदेश में कहा, नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर उन्हें मेरा नमन। वे हमारे सबसे लोकप्रिय राष्ट्रनायकों और स्वतंत्रता संग्राम के महानतम सेनानियों में से हैं। उनके कहने पर, लाखों भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में कूद पड़े और अपना सब कुछ बलिदान किया। उनकी वीरता और देशभक्ति हमें प्रेरणा देती रहेगी।
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि आज नेता जी सुभाष चन्द्र बोस के जन्म जयंती पर पुण्य स्मृति को कोटिशः प्रणाम करता हूं। गत सप्ताह अंडमान निकोबार द्वीप समूह की यात्रा के दौरान, उस स्मारक के दर्शन का सौभाग्य मिला जहां 1943 में नेता जी तथा उनकी आजाद हिंद फौज ने भारत भूमि पर पहली बार आजादी का झंडा फहराया था। उन्होंने कहा कि हमारी आजादी महान बलिदानों की विरासत है। अपने स्वाधीनता आंदोलन के आदर्शों का सम्मान न केवल हमारा संवैधानिक कर्तव्य है बल्कि नेता जी सुभाष चन्द्र बोस जैसे राष्ट्र नायकों के प्रति हमारी कृतज्ञ श्रद्धांजलि भी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट संदेश में कहा, 23 जनवरी 1897 को, जानकीनाथ बोस ने अपनी डायरी में लिखा, “दोपहर के समय एक पुत्र का जन्म हुआ था।” यह बेटा एक महान स्वतंत्रता सेनानी और विचारक बन गया, जिसने अपना जीवन एक महान उद्देश्य – भारत की स्वतंत्रता के लिए समर्पित कर दिया। मैं नेताजी बोस का उल्लेख कर रहा हूं, जिन्हें हम आज उनकी जयंती पर गर्व से याद करते हैं। उन्होंने कहा, नेताजी सुभाष चंद्र बोस की बहादुरी और उपनिवेशवाद का विरोध करने में उनके योगदान के लिए भारत हमेशा उनका आभारी रहेगा। वह अपने साथी भारतीयों की प्रगति और भलाई के लिए उठ खड़े हुए। प्रधानमंत्री ने सुभाष चंद्र बोस से संबंधित एक वीडियो भी साझा किया। इसमें मोदी पृष्ठभूमि में नेताजी की विशेषता बता रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने स्वतंत्रता संग्राम में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। दिल्ली चलो, तुम मुझ खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा नारों के साथ, नेताजी ने भारतीयों के दिल में जगह बनाई।