सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह ने निर्भया की मां से सोनिया गांधी के उदाहरण का अुनसरण करते हुए दोषियों को माफ करने का अनुरोध किया। गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के मामले में दोषी नलिनी को सोनिया गांधी ने माफ कर दिया था। दिल्ली की एक अदालत द्वारा चार दोषियों की फांसी की तारीख टालने पर निर्भया की मां ने निराशा व्यक्त की। इसके कुछ देर बाद इंदिरा जयसिंह ने उनसे ये अनुरोध किया तो वहीं, प्रतिक्रिया में निर्भया की मां ने कहा कि वह निर्भया के पक्ष में ऐसा कैसे बोल सकती हैं।
इंदिरा जयसिंह ने ट्वीट करके कहा, ‘मैं निर्भया की मां के दर्द से पूरी तरह परिचित हूं। मैं उनसे सोनिया गांधी के उदाहरण का अनुसरण करने का आग्रह करती हूं, जिन्होंने राजीव गांधी की हत्या के मामले में दोषी नलिनी को माफ कर दिया और कहा कि वह मृत्युदंड नहीं चाहती। हम आपके साथ हैं लेकिन मृत्युदंड के खिलाफ हैं।’ 1991 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या में भूमिका के लिए नलिनी को गिरफ्तार किया गया था और उसे दोषी ठहराया गया था।
निर्भया की मां ने अदालतों और सरकार पर निशाना साधा
इससे पहले शुक्रवार को निर्भया की मां ने कहा कि अदालतों और सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वर्ष 2012 में जो लोग रैली में भाग लेने गए थे और महिलाओं की सुरक्षा के लिए नारे लगाए थे। वही लोग अपनी राजनीतिक लाभ के लिए मेरी बेटी की मौत के साथ खेल रहे थे। उन्होंने अपने राजनीतिक लाभ के लिए फांसी को रोक दिया है। निर्भया मामले के दोषियों को पहले 22 जनवरी को सुबह 7 बजे फांसी दी जानी थी, लेकिन अब उन्हें 1 फरवरी को सुबह 6 बजे फांसी दी जाएगी।
दोषियों को फांसी नहीं होती तबतक वह संतुष्ट नहीं होंगी निर्भया की मां
निर्भया की मां ने कहा कि जबतक दोषियों को फांसी नहीं होती तबतक वह संतुष्ट नहीं होंगी। बता दें कि निर्भया मामले में विनय, अक्षय, पवन और मुकेश को दोषी ठहराया गया है। इन चारों को 16-17 दिसंबर, 2012 की रात को दिल्ली में एक चलती बस में 23 वर्षीय छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म और अमानवीय यातनाएं देने के लिए फांसी की सजा सुनाई गई है।