प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारत आने के निमंत्रण पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है.
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कहा है कि मैं जानती हूं कि भारत से न्यौता मिला है, लेकिन मैं नहीं मानती कि इस पर अंतिम फैसला कर लिया गया है.
सैंडर्स ने ये जवाब उस समय दिया जब पत्रकारों ने उनसे उन रिपोर्टों के बारे में पूछा था जिसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगले साल के गणतंत्र दिवस समारोह में ट्रंप को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया है. उन्होंने कहा कि 2+2 वार्ता में राष्ट्रपति की अगले साल की यात्रा पर चर्चा की जाएगी.
गौरतलब है कि भारत ने अगले साल गणतंत्र दिवस समारोह का मुख्य अतिथि बनने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को न्योता भेजा है. अगर वह इसे स्वीकार करते हैं तो इसे विदेश नीति के लिहाज से मोदी सरकार की बड़ी सफलता मानी जाएगी. भारत की ओर से यह निमंत्रण इसी साल अप्रैल माह में भेजा गया है. अभी तक अमेरिकी सरकार की ओर से इस पर कोई आधिकारिक जवाब नहीं दिया गया है. ट्रंप यदि भारत आते हैं तो उनका यह दौरा उनके पूर्ववर्ती बराक ओबामा के दौरे से भी ज्यादा चर्चित होगा. बराक ओबामा साल 2015 में रिपब्लिक डे परेड के चीफ गेस्ट थे.
मोदी सरकार गणतंत्र दिवस समारोह में दुनिया के दिग्गज नेताओं को बुलाती रही है. यह निमंत्रण भी उसी परंपरा के तहत भेजा गया है. साल 2015 में बराक ओबामा, 2016 में फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रैंकोईस होलैंड, 2017 में अबू धाबी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान और 2018 में आसियान के सभी 10 नेता भारतीय गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि थे