नई दिल्ली : विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा है कि भारत आतंकवाद की चुनौती का लंबे समय से सामना कर रहा है और इसकी वजह से सबसे ज्यादा परेशानी देश के जम्मू कश्मीर राज्य को झेलनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि दुनिया को आतंकवाद की समस्या से कैसे निपटना है इस बात का आंकलन करना होगा। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने यहां बुधवार को रायसीना डायलॉग में कहा कि दुनिया भर में आतंकवाद—अलगाववाद और प्रवासी आज एक सामान्य चुनौती है इसलिए ऐसा नही समझना चाहिए किए भारत के लिए यह कोई नई चुनौती है।
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने और इसको लेकर वैश्विक प्रतिक्रिया के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्री ने कहा कि यह दुनिया के विभिन्न हिस्सों में सामना की जा रही चुनौतियों का एक हिस्सा है। जयशंकर ने कहा कि उन्हें लगता है कि जब लोग इसे देखते और इसका आंकलन, विश्लेषण करते हैं, तो उन्हें निष्पक्षता से खुद से पूछना चाहिए कि वह इसका किस तरह से जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि कई बड़े देश हैं जिनके पड़ोसी देश में अशांति है। यूरोप ने इसे उत्तरी अफ्रीका में देखा है।