देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एक बार फिर कहा कि प्रदेश को किसी भी कीमत पर हड़ताली प्रदेश नहीं बनने दूंगा। कर्मचारी हड़ताल के बजाय सरकार के साथ वार्ता को आगे आएं। इससे जो हल निकलेगा, वह कर्मचारी और राज्य के हित में होगा।
गांधी रोड स्थित एक होटल में शनिवार को आयोजित नर्सेज एसोसिएशन के कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि हड़ताल किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। हड़ताल से कर्मचारियों को नहीं, बल्कि जनता और प्रदेश को नुकसान उठाना पड़ता है। परेशानियों को देखते हुए कर्मचारियों को अपनी मांगें मनवाने के लिए हड़ताल जैसे रास्ते पर जाना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी अपनी समस्याओं के समाधान के लिए सरकार से वार्ता करें। कहा कि जब बातचीत से कोई समस्या हल हो सकती है तो उसके लिए हड़ताल का रास्ता अपनाना कहां से उचित है। जायज मांगों को पूरा करने के लिए सरकार हमेशा कर्मचारियों के साथ है। संयुक्त कर्मचारी संघ की एक दिवसीय प्रदेश व्यापी हड़ताल को भी मुख्यमंत्री ने गलत बताया।