उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार और उसकी एजेंसियां ईसाई और सिखों सहित धार्मिक अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव की प्रक्रिया का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में पाकिस्तान के हालात ये हैं कि वहां हमलावरों ने ननकाना साहिब का वहां से हटाने और नाम बदलने की धमकी दी है। पाकिस्तान में धार्मिक स्थानों और अल्पसंख्यकों पर लगातार हिंसा होती रही है। दशकों से अल्पसंख्यकों के मानवाधिकारों का हनन किया गया है। मीनाक्षी ने कहा कि अब तक उन्होंने इस मुद्दे कांग्रेस की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। उन्होंने नवजोत सिंह सिद्धू पर हमला करते हुए कहा कि मुझे नहीं पता कि सिद्धू पाजी कहां भाग गए हैं। यदि इस सबके बाद भी वह आईएसआई प्रमुख को गले लगाना चाहते हैं, तो कांग्रेस को इस पर गौर करना चाहिए। उल्लेखनीय है कि सिद्धू ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा को गले लगाया था। इसके बाद उन्हें काफी आलोचना झेलनी पड़ी थी।
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न से साबित सीएए उचित कदम : भाजपा
नई दिल्ली : भाजपा ने शनिवार को पाकिस्तान में सिखों पर हमलों की निंदा करते हुए कहा कि ननकाना साहिब गुरुद्वारा प्रकरण यह साबित करता है कि मोदी सरकार द्वारा लागू नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) वास्तव में उचित कदम है। भाजपा नेता मीनाक्षी लेखी ने यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा पाकिस्तान में जो कुछ भी हुआ है वह सीएए जैसे अधिनियम की आवश्यकता को उचित ठहराता है। उन्होंने कहा कि प्रकरण इसके तत्काल कार्यान्वयन की आवश्यकता पर भी बल देता है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर बहुत सारे लोगों ने आक्रमण किया। ये बहुत कायरतापूर्ण और निंदनीय विषय है। हम पाकिस्तान सरकार से ननकाना साहिब में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की जान माल और गरिमा की रक्षा के लिए तत्काल उपाय करने की मांग करते हैं।