छत्तीसगढ़ भिलाई स्टील प्लांट में गुरूवार देर रात गैस रिसाव के बाद छह लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं। हालांकि, ये सभी खतरे से बाहर है और गैस रिसाव को नियंत्रण में कर लिया गया है। इन सभी को अपचार के लिए सेक्टर 9 स्थित अस्पताल में भर्ती किया गया था। अधिकारियों और कर्मचारियों की सूझबूझ और सक्रियता के चलते यहां बड़ा हादसा होने से बच गया। कहा जा रहा है कि यदि समय पर गैस रिसाव पर नियंत्रण नहीं किया जाता तो ब्लास्च फर्नेस में आग भी लग सकती है।
खबरों के अनुसार, गुरुवार देर रात ब्लास्ट फर्नेस 8 में इस्पात उत्पादन के दौरान गैस का प्रेशर बना जिस वजब से पाइप लाइन में गैस रिवर्स हुई और फिर रिसाव हो गया। दरइसल, लाइन में रिसाव से बचने के लिए कई पाइंट पर यू सील लगी हुई है ये अपने आप खुल गए थे।
सायरन की आवाज सुन बाहर आए थे कर्मचारी
इन पॉइंट से गैस बाहर निकलती है ताकि फर्नेंस में बड़ा हादसा ना हो सके। जिस पॉइंट से गैस निकलती है, वहां इंडिकेटर होता है जिससे कर्मचारी और अधिकारी दूर चले जाते हैं। इसी तरह जैसे ही प्लॉंटं में सायरन बजना शुरु हुआ सभी वहां से हटने लगे थे। इसी स्थान पर लोको में 4 कर्मचारी बैठे थे जो वहां से भाग नहीं पाए। यहीं कारण है कि वह गैस की चपेट में आ गए। लोगों के बचाने के लिए एनर्जी मैनेजमेंट के 4 कर्मचारी मौके पर पहुंचे। जब ये लोग कर्मचारियों को बचाने के लिए पहुंचे तो उनमें से 2 लोग भी गैस की चपेच में आ गए। जिसके बाद इन सभी 6 लोगों को भर्ती कराया गया। कहा जा रहा है कि ईएमडी के डीजीएम राजेश कुमार मेंटेनेंस के दौरान इसकी चपेट में आ गए थे।
इसके बाद तीन कर्मियों को आईसीयू में भर्ती किया गया था। इन तीनों के हालत नाजुक बताई जा रही थी। वहीं, बाकी तीन लोगों वार्ड में थे। फिलहाल, इन सभी की स्थिति स्थिर है। गैस की चपेट में आए लोगों का नाम लोको चालक अभिषेक आनंद 26 साल निवासी नेहरू नगर पूर्व, लोको चालक खुर्शीपार निवासी के.नागराज 33 साल, संतोष कुमार व कालीदास, सिग्नल मेन बालकृष्णा 27 साल निवासी खुर्शीपार शामिल हैं।
9 अक्टूबर को गैस कांड़ में गई 14 कर्मियों की जान
जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले 9 अक्टूबर 2018 को गैस कांड़ में 14 कर्मियों की जान चली गई थी। 1955 में सोवियत रूस के सहयोग से स्थापित किया गया भिलाई इस्पात संयंत्र की अधोसंरचना काफी पुरानी गई है। यहां रिनोवेशन का काम भी नहीं हुआ है। अक्सर इसी वजह से यहां घटनाएं होती रहती हैं।