नए सेना प्रमुख पद की जिम्मेदारी संभालने के एक दिन बाद जनरल मनोज मुकुंद नरवाणे ने कहा कि तीनों सेनाएं देश की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार हैं। हर चुनौतियों से निपटने के लिए सक्षम है। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता किसी भी समय कैसी भी कार्रवाई के लिए तैयार रहने की होगी। हमारी प्राथमिकता किसी भी समय कैसी भी कार्रवाई के लिए तैयार रहने की होगी। हम मानवाधिकारों का पालन करने के लिए विशेष ध्यान देंगे।
जनरल नरवाणे को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया
इससे पहले जनरल नरवाणे ने जवानों, उनके परिवारों और देशवासियों को नए साल की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा ‘आज नए साल के साथ-साथ एक नए दशक की शुरुआत होनी है। मुझे पूरी उम्मीद है कि इस दशक में हमारा देश तरक्की करेगा और इसके लिए हमारे सरहद सुरक्षित रखना जरूरी है। तभी यह संभव होगा। इस दौरान उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उन्होंने नैशनल वॉर मेमोरियल पर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
जनरल नरवाणे ने इस दौरान यह भी कहा ‘मैं वाहेगुरु जी से प्रार्थना करता हूं कि वे मुझे सेना प्रमुख के रूप में अपने कर्तव्यों को निभाने के लिए साहस और शक्ति दें। तीनों सेनाएं देश की रक्षा के लिए तैयार हैं।’ जनरल नरवाणे देश के 28वें सेना प्रमुख हैं। बता दें कि मंगलवार को जनरल बिपिन रावत के रिटायर होने के बाद उन्होंने सेना प्रमुख पद की जिम्मेदारी संभाली। जनरल रावत को सरकार ने देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) नियुक्त किया। वह आज से इस पद को संभालेंगे।
चीन से जुड़े मामलों के विशेषज्ञ माने जाते हैं जनरल नरवाणे
जनरल नरवाणे को चीन से जुड़े मामलों के विशेषज्ञ माने जाते हैं और उन्हें जम्मू-कश्मीर और उत्तर-पूर्व में आतंकवाद विरोधी अभियानों का व्यापक अनुभव है। सितंबर में जनरल नरवाणे को उप सेनाध्यक्ष बनाया गया था। इससे पहले वह कोलकाता स्थित ईस्टर्न आर्मी कमांड के मुखिया थे। 59 वर्षीय जनरल दो साल और चार महीने तक सेना प्रमुख पद पर रहेंगे। सेवा प्रमुख अधिकतम तीन साल या 62 वर्ष की आयु तक इस पद पर अपनी सेवा दे सकते हैं।