नई दिल्ली : नए थलसेनाध्यक्ष मनोज मुकुंद नरवाने ने मंगलवार को कार्यभार संभाल लिया। सेनाध्यक्ष के पद पर तीन साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद आज सेवानिवृत्त हुए जनरल बिपिन रावत ने नरवाणे को कार्यभार सौंपते हुए उनके सफल कार्यकाल की कामना की। देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ (सीडीएस) नियुक्त रावत ने नरवाने को कार्यभार सौंपने के साथ ही उनके सफल कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उन्होंने 28वें सेना प्रमुख के रूप में अपना पदभार ग्रहण किया है। उम्मीद है कि नये सेना प्रमुख के नेतृत्व में सेना नई ऊंचाइयों को छुएगी।
लेफ्टिनेंट जनरल नरवाने इसके पहले आर्मी स्टाफ के उप प्रमुख थे। इससे पहले वह कोलकाता ईस्टर्न कमांड के चीफ थे उसके बाद वे दिल्ली आ गए थे। ईस्टर्न बॉर्डर पर हाल ही में किए गए कई सैन्य अभ्यासों के रणनीतिकार नरवाने ही रहे हैं। कश्मीर और उत्तरपूर्व भारत में दुश्मनों पर जवाबी कार्रवाई करने में दक्ष नरवाने का इस क्षेत्र में काफी गहरा अनुभव है। उन्होंने जम्मू कश्मीर में राष्ट्रीय राइफल बटालियन को कमांड किया है इसके अलावा वे असम राइफल के मेजर जनरल रह चुके हैं।
नरवाने को कार्यभार सौंपने से पहले रावत ने विदाई कार्यक्रम के अवसर पर कहा कि आज वह चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ के पद से सेनानिवृत्त हो रहे हैं। उन्होंने भारतीय सेना के सैनिकों, रैंक और फाइल के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सेना चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी अडिग रही। रावत ने सीडीएस पद पर अपनी नियुक्ति पर कहा कि यह सिर्फ एक ओहदा भर है। उन्होंने कहा कि कोई भी पद सिर्फ एक व्यक्ति के प्रयास से सफल नहीं हो सकता।