मुंबई : महाराष्ट्र की ठाकरे सरकार के पहले बहुप्रतीक्षित मंत्रिपरिषद विस्तार में सोमवार को 36 मंत्रियों ने पद व गोपनीयता की शपथ ली। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे शिवसेना विधायक आदित्य ठाकरे ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चह्वाण को भी कैबिनेट मंत्री के रूप में मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया है। राकांपा नेता अजीत पवार को उप-मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलायी गयी। तीन महिला विधायकों को भी मंत्री बनाया गया है। इस विस्तार में शिवसेना कोटे से 14, राकांपा के 12 और कांग्रेस के 10 विधायकों को मंत्री बनाया गया है। इससे पहले 28 नवम्बर को मुख्यमंत्री ठाकरे के साथ तीनों दलों के दो-दो विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलायी गयी थी। शिवसेना के एकनाथ शिंदे एवं सुभाष देसाई, राकांपा के जयंत पाटील एवं छगन भुजबल और कांग्रेस से बालासाहब थोरात एवं डॉ. नितिन राऊत ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली थी। इस विस्तार के साथ ही ठाकरे मंत्रिपरिषद का आकार अब मुख्यमंत्री सहित 43 का हो गया है। इसमें 32 कैबिनेट और 10 राज्य मंत्री शामिल हैं।विधानसभा में सदस्यों की कुल संख्या 288 है। इस लिहाज से मुख्यमंत्री सहित मंत्रियों की अधिकतम संख्या 43 हो सकती है।
विधानभवन में आयोजित शपथ ग्रहण कार्यक्रम में सर्वप्रथम राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी ने उप-मुख्यमंत्री के रूप में अजीत पवार को शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री सचिवालय से जारी सूची में अजीत पवार का नाम नहीं था। इसके बाद राज्यपाल ने अशोक चव्हाण, दिलीप वलसे पाटील, धनंजय मुंडे, विजय वडेट्टीवार, अनिल देशमुख, हसन मुश्रीफ, वर्षा गायकवाड़, राजेंद्र शिंगणे, नवाब मलिक, राजेश टोपे, सुनील केदार, संजय राठोड़, गुलाबराव पाटील, अमित देशमुख, दादा भुसे, जीतेंद्र आव्हाड, संदीपन भूमरे, बाबासाहब पाटील, यशोमति ठाकुर, अनिल परब, उदय सामंत, केसी पाडवी, शंकरराव गडाख, असलम शेख व आदित्य ठाकरे को कैबिनेट मंत्री पद की शपथ दिलाई।
इसके बाद अब्दुल सत्तार, सतेज उर्फ बंटी पाटील, शंभू राजे देसाई, बच्चू कडू, विश्वजीत कदम, दत्तात्रय भरणे, अदिति तटकरे, संजय बंदसोड़े, प्राजक्त तनपुरे व राजेंद्र पाटील को राज्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गयी। इस अवसर पर राकांपा प्रमुख शरद पवार, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मल्लिकार्जुन खर्गे समेत कई प्रमुख नेता उपस्थित थे। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता माधव भंडारी ने नए मंत्रियों का अभिनंदन किया है। भंडारी ने कहा कि बहुत दिनों के बाद उद्धव ठाकरे ने मंत्रिपरिषद का विस्तार किया है। आशा है कम से कम अब सरकार राज्य की जनता के हित को देखते हुए काम करेगी। भाजपा ने शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार नहीं किया था। भंडारी का कहना है कि कार्यक्रम का आमंत्रण शिष्टाचार के मुताबिक नहीं मिला था। इस वजह से भाजपा का कोई नेता शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हुआ।